जयपुर
पूर्व गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे वहीं पूर्व संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड उप नेता प्रतिपक्ष होंगे। भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर रविवार को आयोजित भाजपा विधायक दल की बैठक में कटारिया को सर्वसम्मति से नेता प्रतिपक्ष चुना गया। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कटारिया को नेता प्रतिपक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा जिसका सभी विधायकों ने एकमत होकर समर्थन किया और कटारिया को नेता प्रतिपक्ष चुन लिया गया। नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद कटारिया ने बैठक में राजेन्द्र राठौड को उपनेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा की।
प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष का चयन करने के लिए पार्टी आलाकमान ने केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था, लेकिन वे दोनों की विधायक दल की बैठक में नहीं आ पाए। उनके स्थान पर पार्टी के राष्टï्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने नेता प्रतिपक्ष का चयन करवाया। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कटारिया को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की घोषणा की।
सिंह ने कहा कि सभी विधायकों की सर्वसम्मिति से गुलाबचंद कटारिया को नेता प्रतिपक्ष चुना गया है। कटारिया को राजनीति का लंबा अनुभव है वे 8 बार विधायक रह चुके हैं, प्रदेशाध्यक्ष, गृह मंत्री एवं संगठन के अनेक पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उनके काम करने का तजुर्बा एक अलग ही पहचान रखता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कई ऐसी घोषणाएं की है जो पूरी करना बहुत कठिन है। लोगों को सपने दिखाकर कांग्रेस सत्ता में आई है, ये सपने मुंगेरीलाल के हसीन सपने बनने वाले हैं।
बैठक में पार्टी के 71 विधायक उपस्थित हुए। इसमें सिद्धीकुमारी और जब्बर सिंह सांखला उपस्थित नहीं हो पाए। इस दौरान लोकसभा चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेवकर और सह प्रभारी सुधांशु त्रिवेदी मौजूद के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे भी मौजूद थी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष के नाम के लिए मात्र औपरचारिकता ही हुई। कटारिया के नाम पर सभी विधायकों ने सहमति प्रकट की और उन्हें नेता प्रतिपक्ष घोषित कर दिया गया।
कटारिया ने कहा कि वे नेता प्रतिपक्ष के नाते सभी को साथ लेकर चलेंगे तथा जनता के मुद्दे सदन के साथ ही बाहर भी जोरदार तरीके से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान भाजपा की टीम लोकसभा चुनाव में तस्वीर बदल देगी और केंद्र में भाजपा की सरकार के लिए राजस्थान की सभी सीटें पार्टी जीतेगी।
गुलाब चंद कटारिया राजस्थान में भाजपा के सबसे पुराने नेताओं में से हैं। उन्होंने 1977 में पहला विधानसभा चुनाव जीता था। इसके बाद 1980 में वे फिर विधायक बने। इसके बाद 1993 से वे लगातार हर चुनाव जीत रहे है। कटारिया एक बार सांसद भी निर्वाचित हो चुके हैं। इसके अलावा वह एक बार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और दो बार नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। कटारिया भाजपा सरकारों में गृहमंत्री व शिक्षा मंत्री का पद सम्भाल चुके हैं।
उपनेता बनने के बाद राजेन्द्र राठौड ने कहा कि हमारा प्रतिपक्ष रचनात्मक होगा तथा हम रचनात्मक कार्यों में सरकार का सहयोग करेंगे। विधानसभा में उनकी भूमिका पर राठौड ने बताया कि नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र का आगाज ही विवाद से हुआ है।