भीलवाड़ा/ देश के जाने माने पार्श्वगायक कैलाश खेर आगामी 13 जनवरी को भीलवाड़ा महोत्सव के तहत राजेंद्र मार्ग स्कूल मे आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम मैं अपनी जादुई आवाज मैं स्वर लहरिया बिखेरेंगें ।
जिला कलेक्टर आशीष मोदी के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने इससे भव्य कार्यक्रम और भव्य भीलवाड़ा महोत्सव को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां जोर शोर से की जा रही है।
कोरोना काल के बाद 3 साल बाद एक बार फिर भीलवाड़ा में भीलवाड़ा महोत्सव आगामी 11 जनवरी से 14 जनवरी तक पर्यटन विभाग जयपुर और जिला कलेक्टर आशीष मोदी के नेतृत्व में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किया जा रहा है ।
इस महोत्सव में हर वर्ग के लिए हर तरह से मनोरंजन के साथ ही हर तरह की गतिविधियों का समावेश किया गया है और जिला कलेक्टर आशीष मोदी के नेतृत्व में पूरा जिला प्रशासन इस भव्य भीलवाड़ा महोत्सव की तैयारियों में लगा हुआ है।
और महोत्सव के दौरान जो कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई गई है और तैयारी चल रही है उसको लेकर लगता है कि 12 साल पहले साल 2008 जिले के जिन तत्कालीन जिला कलेक्टर हेमंत गेरा द्वारा शुरू किए गए प्रथम भीलवाड़ा महोत्सव कि आपको एक बार फिर से ताजा कर देगा ।
कैलाश खेर का जीवन परिचय
कैलाश खेर एक भारतीय पॉप-रॉक गायक है जिनकी शैली भारतीय लोक संगीत से प्रभावित है। कैलाश खेर ने अबतक 18 भाषाओं में गाने गाया हैं और 300 से अधिक गीत बॉलीवुड में गाये है।
कैलाश खेर का जन्म कश्मीरी पंडित परिवार में मेरठ (उत्तर-प्रदेश) में हुआ था। कैलाश खेर ने अपनी शुरुआती पढाई दिल्ली से पूरी की है।
कैलाश को बचपन से ही गाने का शौक था, जब वह महज बारह वर्ष के थे, तभी से उन्होंने शास्त्रीय संगीत की शिक्षा लेनी आरम्भ कर दी थी, उन्होंने संगीत में अपना करियर बनाने के लिए पाकिस्तानी सूफी गायक नुसरत फ़तेह अली खान से प्रेरणा मिली। कैलाश खेर की शादी शीतल खेर से सम्पन्न हुई है।
कहां से फिल्मी कैरियर शुरू किया और कैसे रहा
कैलाश खेर को अपनी शुरुआती बॉलीवुड करियर में बेहद संघर्ष करना पड़ना। उन्हें हिंदी सिनेमा में पहचान अक्षय कुमार और प्रियंका चोपड़ा स्टारर फिल्म अंदाज से मिली।
इस फिल्म में उन्होंने गाने ‘रब्बा इश्क ना होवे’ में आवाज दी, जो उस दौर का सबसे सुपरहिट और चार्टबस्टर गाना साबित हुआ था। इसके बाद उन्होंने फिल्म वैसा भी होता है में ‘अल्ला के बंदे हम’ गाने में आवाज दी, जो उनका अबतक का सबसे प्रसिद्ध और हिट सोंग है। इन दोनों हिट गानों के कैलाश बॉलीवुड के मशहूर गायकों की फेहरिस्त में शामिल हो गये।
कैलाश खेर हिंदी सिनेमा में सूफी गानों के लिए जाने जाते हैं। मल्टीस्टारर फिल्म सलामे इश्क में उन्होंने या रब्बा गाने में अपनी आवाज दी। यह गाना उस दौर का सबसे हित गाना साबित हुआ था।
उनकी गायकी का परचम सिर्फ हिंदी सिनेमा में ही नहीं बल्कि कन्नड़ और तेलुगु सिनेमा में भी लहरा रहा