Jaipur News । भट्टा बस्ती थाना इलाके में शनिवार सुबह उस समय हडकंप मच गया जब एक चार मंजिला मकान में आग लग गई। सूचना पर तीन थानों की पुलिस जाब्ते सहित मौके पर पहुंची और छह दमकलों की मदद से आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि आगजनी के दौरान 20 से अधिक लोग मकान में मौजूद थे। जिन्हें मौके पर पहुंची सिविल डिफेंस की टीम और दमकलकर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल राहत की सांस ली। इस मकान में सभी किराएदार रहते हैं और मकान के बेसमेंट में प्लास्टिक की चूडियों का गोदाम बताया जा रहा है। जिसमें शॉर्ट सर्किट या बीडी की चिंगारी लगने से आग लगना सामने आ रहा है।
थानाधिकारी शिव नारायण ने बताया कि आग हाउसिंग बोर्ड स्थित सब्जी मंडी के पास स्थित सेक्टर नंबर-2 में तीन मंजिला मकान में लगी थी। मकान के बेसमेंट में प्लास्टिक की चूडियों का गोदाम है। शनिवार सुबह अचानक गोदाम में से आग की लपटे उठने लगी। मकान से धुंआ व आग की लपटों को उठता देखकर लोगों में दहशत फैल गई। घटना के समय मकान में दो दर्जन से ज्यादा लोग मौजूद थे, जिनमें अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर शास्त्री नगर, भट्टा बस्ती और नाहरगढ थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इसके अलावा सिविल डिफेंस व दमकल की गाडिय़ों को तुरंत बुलाया गया। सिविल डिफेंस की टीम सीढ़ी लगाकर मकान में फंसे लोगों को बाहर निकाला। प्लास्टिक की चूडियों व अन्य सामान के जलने से फैले धुएं से महिलाएं व बच्चों को सांस लेने में दिक्कत आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंची छह दमकलों की मदद से करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मकान किसी सद्दीक का होना बताया जा रहा है जिसने यह मकान यूपी के रहने वाले कई लोगों को किराए पर दे रखा है और स्वंय किसी अन्य मकान में रहता है। इसी मकान के बेसमेंट में प्लास्टिक की चूडियों का गोदाम था।
अग्निशमन अधिकारी जगदीश प्रसाद फुलवारिया ने बताया कि आग लगने की सूचना पर तीन विश्वकर्मा,दो बनीपार्क सहित एक झोटवाडा फायर स्टेशन से छह दमकले पहुंची थी। दमकलों के पहुंचने से पहले ही आग ने विकराल रूप धारण कर रखा था। इस दौरान दूसरी और तीसरी मंजिल पर 20 से 25 लोग फंसे हुए थे। जिनको सिविल डिफेंस और दमकलकर्मियों ने सीढी की सहायता से बाहर निकाला। धुआं के कारण कुछ लोगों को सांस लेने में परेशानी होने पर एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भिजवाया गया। छह दमकलों की मदद से आग पर काबू पाया। वहीं आग बुझाने के बाद मकान का सर्च अभियान चलाया गया। जिसमें किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं होने के बाद दमकलकर्मियों ने राहत की सांस ली।
पुलिस की सतर्कता से टला हादसा
आग लगने की इस घटना के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची तीन थानों की पुलिस के साथ ही तीन से चार अफसर भी तुरंत मौके पर पहुंचे और हालातों को काबू करने में जुट गए। थानों का जाब्ता और अफसरों के होने के बाद भी आरएसी के जवानों को भी मौके पर बुला लिया गया। हर अप्रिय स्थिति से काबू पाने की तैयारी पुलिस ने पहले ही कर ली थी। इस बीच पता चला कि मकान में बने कमरों में एलपीजी गैस के भरे चार सिलेंडर भी रखे हैं तो उनको भी बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। सिविल डिफेंस और दमकल कार्मिकों की सूझबूझ से निकाले गए लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए तीन एंबुलेंस भी जुटी रहीं। स्थानीय लोगों, पुलिस, सिविल डिफेंस और दमकलकार्मिकों के सामूहिक प्रयास से बड़े हादसे को समय रहते काबू कर लिया गया। मौके पर करीब ढाई से तीन घंटे तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रहा। भीड़ भरा इलाका होने और आसपास मकान सटे होने से बड़ा हादसा होने का डर था। जिसके चलते पुलिस के जवानों द्वारा आस-पास के मकानों को खाली करवा कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। गनीमत रही कि हादसे में कोई भी गंभीर रुप से हताहत नहीं हुआ, वहीं नुकसान की पूर्ण पुष्टि नहीं हो पाई है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। प्रारम्भिक जांच पडताल में आग शॉर्ट सर्किट से लगने की बात सामने आई है।