कांग्रेस छोड़ ज्योति मिर्धा और चौधरी कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा में शामिल, शीघ्र मिर्धा पिता-पुत्र भी भाजपा मे होंगे शामिल

Dr. CHETAN THATHERA
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जयपुर/ राजस्थान के नागौर की राजनीतिक सियासत पर अपना प्रभाव और पकड़ रखने वाले मिर्धा परिवार की बेटी और कांग्रेस की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने आज कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थाम लिया है तथा कांग्रेस के नेता पूर्व आईपीएस अधिकारी ने भी आज भाजपा का दामन थाम लिया है और अब अटकालीन लगाई जा रही है कि शीघ्र ही नागौर की राजनीति से मिर्धा परिवार के पिता पुत्र भी भाजपा में शामिल होने वाले हैं। मिर्धा परिवार द्वारा कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद मारवाड़ क्षेत्र में भाजपा की अच्छी पकड़ होगी।

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राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र नागौर से कांग्रेस की पूर्व सांसद डॉक्टर ज्योति मिर्धा ने आज कांग्रेस का दामन छोड़कर दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम लिया है । ज्योति मिर्धा के साथ ही नागौर खींवसर विधानसभा क्षेत्र से पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सेवानिवृत्ति आईपीएस अधिकारी सवाई सिंह चौधरी ने भी कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है ।

मारवाड़ में राजनीतिक वर्चस्व रखने वाले परिवार से संबंध रखने वाली तथा कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पोती डॉक्टर ज्योति मिर्धा के भाजपा में शामिल होने से भाजपा को नागौर क्षेत्र में मजबूती मिली है और आने वाले लोकसभा चुनाव में नागौर लोकसभा सीट से डॉक्टर ज्योति मिर्धा भाजपा की प्रत्याशी हो सकती है ।

पिछले लोकसभा चुनाव में ज्योति मिर्धा कांग्रेस से लोकसभा प्रत्याशी थी लेकिन वह एनडीए के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल से चुनाव हार गई थी चुनाव के बाद हनुमान बेनीवाल का भाजपा के साथ गठबंधन समाप्त हो गया था और ऐसे में भाजपा को भी नागौर से ऐसे मजबूत चेहरे की तलाश थी जो आज पूरी हो गई है।

ज्योति मिर्धा के भाजपा में शामिल होने के कारण अब आरपीएल सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की मुश्किलें भी बढ़ गई है अब अगर हनुमान बेनीवाल के लिए चुनाव लड़ते हैं तो उनका जितना अब मुश्किल हो सकता है 

कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे नाथूराम मिर्धा के पुत्र भानु प्रकाश मिर्धा भी भाजपा के नागौर लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं और भानु प्रकाश ने अपने पिता नाथूराम मिर्धा के निधन के बाद हुए उपचुनाव में दिग्गज नेता रामनिवास मिर्धा को हराया था परंतु बाद में वह राजनीति से दूर हो गए हैं ।

ज्योति मिर्धा 2009 में नागौर लोकसभा सीट से कांग्रेस की संसद रही है और 2014 तथा 2019 में कांग्रेस ने उन्हें फिर अपना प्रत्याशी बनाया था परंतु वह चुनाव हार गई थी। ज्योति मिर्धा के भाजपा में शामिल होने के साथ ही राजनीति में अटकलें का दौर शुरू हो गया है और सूत्रों के अनुसार अब शीघ्र ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिछपाल मिर्धा और उनके बेटे डेगाना से कांग्रेस के विधायक विजयपाल मिर्धा भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं ।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम