Jaipur News। प्रदेश के 20 जिलों के 90 निकायों में हुए चुनाव में मतदाताओं ने इस बार पढ़े-लिखो के हाथ में शहरी सरकार की कमान सौंपी हैं। 90 निकायों के चुनाव में से केवल 2 निकाय प्रमुख पढ़े-लिखे नहीं हैं, जबकि 88 निकायों में निकाय प्रमुख किताबी ज्ञान के सहारे लोकतंत्र के मंदिरों में शहरी सरकार का नेतृत्व करने के लिए आगे बढ़े हैं।
दो प्रमुख असाक्षर
90 निकायों में से केवल 2 निकाय प्रमुख झालावाड़ से भाजपा की कौशल्या बाई और लाडनूं से कांग्रेस के रावत खान पढ़े-लिखे नहीं है।
सबसे कम उम्र व सबसे अधिक उम्र किसकी
इनमें भी सबसे कम उम्र के निकाय प्रमुख पीलीबंगा निकाय के अध्यक्ष सुखचैन सिंह है, जो 25 साल के हैं। वहीं सबसे उम्रदराज श्रीमाधोपुर नगरपालिका के अध्यक्ष हरिनारायण हैं, जो 77 साल के हैं।
निकाय प्रमुख कौन कितना पढा लिखा
निकाय चुनाव के नतीजों के विश्लेषण में सामने आया है कि 90 में से 14 निकाय प्रमुख पोस्ट ग्रेजुएट हैं। एक निकाय प्रमुख चार्टर्ड अकाउंटेंट, एक इंजीनियर व एक निकाय प्रमुख एलएलएम है। 15 निकाय प्रमुख ग्रेजुएट हैं, तो 3 निकाय प्रमुख एलएलबी किए हुए हैं। शेष में से 2 निकाय प्रमुख प्रोफेशनल, 11 निकाय प्रमुख सीनियर सैकेंडरी पास, 2 निकाय प्रमुख 11 वीं पास, 17 निकाय प्रमुख सैकेंडरी पास, एक निकाय प्रमुख 9वीं पास, 5 निकाय प्रमुख 8वीं पास, 1 निकाय प्रमुख 5वीं पास, 13 निकाय प्रमुख साक्षर हैं।
निकाय प्रमुख कौन कितनी उम्र दराज
राजस्थान में आए निकाय प्रमुखों के नतीजों में केवल 16 नेता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है। निकाय प्रमुखों में 5 नेता 21 से 30 वर्ष, 28 नेता 31 से 40 साल, 24 नेता 41 से 50 उम्र के, 17 नेता 51 से 7 साल, 15 नेता 61 से 70 साल के आयु वर्ग के हैं। 70 से ऊपर आयु वर्ग के केवल एक नेता हैं।