जयपुर – चिकित्सा मंत्री की फटकार के बाद एसएमएस अस्पताल से हटाए बाउन्सर

liyaquat Ali
3 Min Read
File Photo - Raghu Sharma

Jaipur News / Dainik rporter : प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल (Sawai Mansingh Hospital) में चिकित्सकों की सुरक्षा (Security) के लिए लगाए गए बाउन्सरों (Bouncers) की व्यवस्था दो दिन ही चल पाई। तीसरे दिन बुधवार को चिकित्सा मंत्री डा. रघु शर्मा (Medical Minister Dr. Raghu Sharma) के दखल के बाद सभी बाउन्सरों को अस्पताल से हटा दिया गया।

सोमवार से ही अस्पताल में यह व्यवस्था शुरू हुई थी लेकिन मंगलवार देर रात एसएमएस की ओपीडी में बाउन्सरों ने अस्पताल में इलाज के लिए आए दंपति के साथ हाथापाई कर दी। इसके बाद हरकत में आए चिकित्सा मंत्री ने तत्काल सभी बाउन्सरों का हटाकर उनके स्थान पर सुरक्षाकर्मी तैनात करने और चिकित्सकों की सुरक्षा के अन्य प्रबन्ध करने निर्देश दिए।

बता दें कि मंगलवार देर रात गोपाल पारीक अपनी पत्नी नेहा के साथ एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज के लिए आया था। यहां पर उसकी चिकित्सक से इलाज की बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इस दौरान शोर-शराबा सुनकर गेट पर तैनात एक बाउंसर ने गोविंद के बाल पकड़ उसके साथ हाथापाई कर दी थी और बीच बचाव में आई उसकी पत्नी के साथ ही दुव्र्यवहार किया।

घटना की सूचना पर अस्पताल के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे और मामला शांत करा दिया था। बुधवार सुबह जब इस घटना की जानकारी चिकित्सा मंत्री को चला तो अस्पताल के अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से बाउंसरों को हटाने के निर्देश दिए।

अस्पताल में आए दिन मरीज के परिजनों और चिकित्सकों के बीच होने वाली मारपीट की घटनाओं और बाउंसर को हटाने पर बुधवार दोपहर को एसएमएस मेडिकल कॉलेज में बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि जल्द ही इमरजेंसी के पास एक ऑब्जरवेशन वॉर्ड बनाया जाएगा।

जिसमें गंभीर रूप के मरीजों को रखा जाएगा। इस वार्ड में गंभीर मरीजों का रखा जाएगा। इससे मरीजों की चिकित्सकों से होने वाली शिकायत कि मरीजों का ध्यान नहीं रखा गया, पर रोक लगेगी। एसएमएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. डीएस मीणा ने बताया कि ऑब्जरवेशन वॉर्ड के संबंध में 19 नवंबर को बैठक बुलाई गई है।

गौरतलब है कि गत रविवार अस्पताल की सॉउथ विंग स्थित वार्ड नंबर दो में आगरा निवासी सरफुद्दीन की इलाज के दौरान मौत के बाद परिजनों ने वहां मौजूद रेजिडेंट डॉ.मनीष कुमार के साथ मारपीट कर दी थी। इसके बाद चिकित्सकों की मांग पर अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा के लिए बाउंसर लगाए थे।

Share This Article
Follow:
Sub Editor @dainikreporters.com, Provide you real and authentic fact news at Dainik Reporter.