वार्ड में धरना, डर के मारे रोने लगे अन्य बच्चे
जयपुर। जेकेलोन अस्पताल में उल्टी दस्त की शिकायत पर भर्ती कराए गए 4 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद रविवार को अस्पताल में परिजनों ने जम कर हंगामा मचाया। परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्चे को गलत खून चढाने के बाद रिएक्शन हो गया। बच्चे का रंग तत्काल बदलने लगा लेकिन उसे संभालने कोई नहीं आया था।
परिजन पहले तो मोतीडूंगरी थाने गए जहां पर आरोपित चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया, इसके बाद रैली निकालते हुए अस्पताल आए। आक्रोशित बच्चे के परिजनों ने नारेबाजी करते हुए तेज प्रदर्शन कर दिया। इस दौरान परिजन उग्र हो गए और अस्पताल परिसर में घुस आए। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वार्ड तक जा पहुंचे और और वार्ड में ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान पूरे अस्पताल परिसर में अफरा—तफरी मच गई।
हंगामा बढ़ने और प्रशासन के प्रदर्शनकारियों को रोकने के निदेर्शों के बाद सुरक्षा कमियों ने वार्ड का गेट बंद कर दिया। इस दौरान गुस्साए परिजनों ने गार्डों से भी धक्का मुक्की की और वार्ड में प्रवेश कर गए। जहां धरने पर बैठ गए। बाद में मोतीडूंगरी थाना पुलिस के आने के बाद प्रदर्शनकारियों को अस्पताल से बाहर निकाला गया।
एकाएक वार्ड में हुए इस घटनाक्रम से वहां भर्ती अन्य बच्चे भयभीत हो गए और डरने लगे। बच्चों के परिजनों ने बड़ी मुश्किलों से बच्चों को चुप कराया। आखिर में मामला शांत करने के लिए असप्ताल अधीक्षक डॉ अशोक गुप्ता ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर इस पूरे मामले की जांच कराने की घोषणा की।
कमेटी बना कर भूल जाता है अस्पताल प्रशासन
एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुडे शहर के एसएमएस अस्पताल, जेकेलोन अस्पताल में जब भी कोई फसाद होता है तो इन अस्पतालों के अधीक्षक भी मामला बढता देख तत्काल तीन सदस्यीय कमेटी के गठन कर जांच की घोषणा कर देते है। लेकिन आज तक किसी भी तीन सदस्सीय कमेटी ने न तो जांच की ओर न ही अपनी रिपोर्ट दी।