जयपुर/ राजस्थान में जिलों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध उदयपुर आज आयकर विभाग की टीमों ने रियल स्टेट के दो कारोबारियों के करीब 40 स्थानों पर एक साथ छापे की कार्रवाई शुरू कर जांच शुरू की है खबर लिखे जाने तक आयकर विभाग की टीमें जांच पड़ताल में लगी हुई है इस छापे में लाखों रुपए की बेनामी संपत्तियों का खुलासा होने की संभावना है ।
उदयपुर में आयकर विभाग की एक दर्जन से ज्यादा टीमों ने दो रियल इस्टेट कारोबारियों के यहां छापेमारी की है।उदयपुर के ग्रुप एक्मे और अरिहंत ग्रुप है। दोनों उदयपुर के सवीना क्षेत्र में जमीनों के कारोबार से जुडे़ है। एक्मे ग्रुप के निर्मल जैन और रमेश जैन मालिक है। अरिहंत ग्रुप के कालूलाल जैन मालिक है।
आयकर विभाग की टीमों ने दोनो कारोबारियों के उदयपुर में 35 और मुम्बई के 2 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी गई। इस ग्रुप से जुडे़ कई पार्टनर घरों पर भी टीमें सुबह पहुंच गई। सभी जगह टीमें डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के साथ ही बड़ी प्रॉपटी के दस्तावेज कर रही है।
जयपुर आयकर विभाग की यह टीम बताई गई है।तीनों ही कारोबारियों के घरों पर उनके ग्रुप के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। टीम लंबी पूछताछ के जरिए हवाला के पैसों से खरीदी गई जमीनों के दस्तावेजों की जांच कर रही है।
यही नहीं टीम आय के बारे में विस्तार से जानकारी ले रही हैं। उदयपुर में इन ग्रुप के पास एक हजार करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी हैं। उदयपुर में कालूलाल जैन की करीब 500 करोड़ से ज्यादा जमीनें है।
उनकी काया, बलीचा, तितरडी, नेला में प्रॉपर्टी है। उनकी ऋषभदेव में 2 मार्बल माइंस है। क्रेशर प्लांट भी है। निर्मल जैन का उदयपुर में हाउसिंग फाइनेंस का काम ज्यादा है। निर्मल की सवीना में एकमे रियल एस्टेट का कारोबार है। नेला में उनकी सर्वाधिक जमीनें है। हालांकि लंबे समय से उनका ये पार्टनर्स से विवाद चल रहा है।