जयपुर। विधानसभा चुनावों में प्रत्याशी चयन के लिए प्रदेश भाजपा ने मंथन तेज कर दिया है। प्रत्याशियों का पैनल तय करने के लिए भाजपा कोर कमेटी की बैठक सोमवार को हवा सड़क स्थित निजी होटल में शुरू हुई। दस घंटे से ज्यादा लंबी चली इस मैराथन बैठक में रायशुमारी के दौरान सामने आए नामों पर मंथन करने के साथ ही चुनावों में प्रचार के लिए आने वाले बडे नेताओं के नामों पर गहन चर्चा की गई। इस दौरान करीब 40 विधायकों के नामों पर कैंची चलाते हुए उन्हें इस चुनाव में नहीं उतारने का निर्णय भी किया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, चुनाव प्रभारी प्रकाश जावडेकर, प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी सहित एक दर्जन से अधिक नेता शामिल हुए।
ज्ञात हो कि भाजपा के पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक एक नवम्बर को नई दिल्ली में होनी है। इस बैठक में राजस्थान से संभावित प्रत्याशियों का पैनल भी रखा जाएगा तथा इसी में प्रत्याशियों की पहली सूची के नामों पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। ऐसे में इस बैठक से पहले प्रदेश की सभी सीटो के लिए पैनल तैयार करने का दौर शुरू हो गया है।
बैठक के बीच ही मीडिया से बात करते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि बैठक में प्रत्याशियों के पैनल, नेताओं के प्रवास और चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा की गई। एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफ किया कि किसी भी नेता की सीट बदलने का निर्णय केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा। हम पैनल बनाकर दिल्ली भेजेंगे और वहीं से नामों की घोषणा होगी। पैनल में संभावित नामों के सवाल पर उनका कहना था कि सर्वे, सामाजिक संगठनों और विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर जो नाम सामने आए हैं उन सभी नामों पर चर्चा की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि रायशुमारी में आए नामों के साथ ही भाजपा नेताओं और मुख्यमंत्री के पास करीब 7 हजार से अधिक लोगों ने टिकट के लिए अपना दावा पेश किया है। ऐसे में हर सीट पर सामने आए दावेदारों में से जिताऊ नामों पर मंथन कर तीन तीन नामों का पैनल तय किए जाने का कार्य किया जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठï नेता निजी होटल में बैठकर इन नामों की स्क्रूटनिंग करने में जुटे हुए हैं।