राजस्थान में भीलवाड़ा सहित 9 जेलों में अब कैदियों को भंडार की बंदी कैन्टीन से मिलेगी सामग्री

Dr. CHETAN THATHERA
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जयपुर/ राजस्थान (Rajasthan) में जेलों में बंद कैदियों को अच्छी और सस्ती सामग्री उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने पहल करते हुए हिंदी कैंटीन की शुरुआत भीलवाड़ा सहित नौ जिलों की जेलों से की है अब इन जेलों में बंदियों को सहकारिता काॅनफैड अर्थात सहकारिता गुप्ता भंडार के माध्यम से जेलों में बंदियों को सामग्री मिलेगी।

सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि सहकारिता एवं जेल प्रशासन के द्वारा कैदियों के लिए बंदी कैन्टीन की शुरूआत से बंदियान के लिए खाद्य सामग्री, कन्फैक्शनरी, कॉस्मेटिक्स, टॉयलेट्री के अतिरिक्त नोटबुक, पेंसिल एवं दैनिक उपयोग में आने वाली लगभग 43 से 58 प्रकार की सामग्री उपलब्ध होगी। कैन्टीन की शुरूआत से पारदर्शिता के साथ बन्दियों के लिए सही सामग्री उपलब्ध कराई जायेगी।

आंजना केन्द्रीय कारागार जयपुर में कॉनफैड द्वारा बंदियों के लिए संचालित की जाने वाली बंदी कैन्टीन के उद्घाटन के साथ सीकर, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा, धौलपुर, कोटा, चित्तौड़गढ़, भरतपुर, दौसा एवं कोटपूतली में भी बंदी कैन्टीन के वर्चुअल उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि 6 माह उपरान्त इसकी समीक्षा की जायेगी और सुझाव भी आमंत्रित किये जायेंगे ताकि कैदियों को कैन्टीन के माध्यम से और बेहतर सुविधाऎं दी जा सकें। उन्होंने कहा इस मॉडल को राज्य के सभी कारागृहों में शुरू किया जायेगा।

इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा कारागार मंत्री टीकाराम जूली ने बंदियों की मांग पर कैन्टीन से प्रतिमाह दो हजार पांच सौ रूपये की सीमा तक क्रय की जाने वाली सामग्री की सीमा को तीन हजार पांच सौ रूपए बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सहकारिता उपभोक्ता भंडारों द्वारा संचालित की जाने वाली इन कैन्टीनों के माध्यम से अच्छी क्वालिटी का सामान उपलब्ध हो पाएगा। इस मौके पर उन्होंने कैदियों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी एवं उसके शीघ्र समाधान के लिए आश्वस्त किया।

महानिदेशक पुलिस जेल भूपेन्द्र कुमार दक ने कहा कि राज्य की 140 जेलों में लगभग 23 हजार बंदी है। विभिन्न जेलों में विजिट के दौरान यह तथ्य सामने आया कि बड़ी संख्या में बंदी आदतन अपराधी नही है। बंदियों को अच्छे कार्यों की मनोवृति विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। ताकि बंदी समाज में आत्म सम्मान के साथ जी सके एवं समाज व देश के लिए उपयोगी हो सके। उन्होंने कहा कि कैदियों को गुणवता पूर्ण सामग्री के लिए कॉनफैड एवं जेल प्रशासन का यह प्रयास कैदियों के स्वास्थ्य के लिए भी उत्तम है।

रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि सहकारी उपभोक्ता भंडारों द्वारा उचित मूल्य पर गुणवत्ता पूर्ण सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। इस कार्य से संस्था को व्यापार करने में भी सहूलियत होगी तथा बंदियों को नियमित रूप से अच्छी सामग्री भी मिल पाएगी। जेल प्रशासन एवं कॉनफैड के लगातार प्रयासों से यह संभव हो पाया है।

प्रबंध निदेशक कॉनफैड़ वी.के. वर्मा ने बताया कि बंदी कैन्टीन में जेल में बने वार्ड के अनुसार निर्धारित दिन को बंदी बॉयोमैट्रिक सत्यापन से अपना सामान क्रय कर सकेगा।

इससे पहले सहकारिता मंत्री आंजना एवं कारागार मंत्री जूली ने अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार, महानिदेशक पुलिस जेल भूपेन्द्र कुमार दक, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस जेल श्रीमती मालिनी अग्रवाल, रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानंद अग्रवाल की उपस्थिति में केन्द्रीय कारागृह, जयपुर में बंदी कैन्टीन एवं 9 जिलों में वचुर्अल तरीके से बंदी कैन्टीनों का उद्घाटन किया। इस मौके पर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस जेल श्रीमती मालिनी अग्रवाल ने बंदियों द्वारा क्रय की जाने वाली सामग्री की प्रक्रिया से अवगत कराया

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम