राजस्थान में अवैध खनन व ई-रवन्ना मे फर्जीवाडे का खेल,44 खानों की लीज पर रोक, 30 करोड का जुर्माना

Dr. CHETAN THATHERA
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Illegal mining and e-Ravanna game in Rajasthan, ban on lease of 44 mines, fine of 30 crores

Jaipur News । राजस्थान में अवैध खनन को लेकर हो रही घटनाएं तथा मीडिया द्वारा लगातार अवैध खनन को उजागर करने के साथ ही सत्ता पक्ष कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत द्वारा खान विभाग के अधिकारियों सहित पुलिस और अन्य अधिकारियों पर खान मालिकों से मंथली बंदी होने का खुला आरोप लगाने के बाद सरकार की हो रही किरकिरी को लेकर सरकार द्वारा अवैध खनन की जांच पड़ताल के लिए ड्रोन कैमरे से कराए गए ।

जांच के बाद नागौर के गोटन में 44 खनन लीज में  फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद इन 44 खनन लीज के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए इन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा रोक लगाते हुए ₹300000000 का जुर्माना लगाया है और लीज धारकों को एक माह में जुर्माना अदा नहीं करने पर लीज निरस्त करने की चेतावनी दी गई है राजस्थान में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है ।

प्रदेश में अवैध खनन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत ने बैठक मे खान , पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियो पर अवैध खनन मालिकों और बजरी माफियाओं से सांठगांठ और मंत्री लेने का खुला आरोप लगाया था इसके बाद सरकार एक्शन में आई और अधिकारी को दिशा निर्देश दिए जिस पर यह मामला उजागर हुआ।

फ़र्जीवाडा ऐसे पकडा

विभाग के अनुसार नागाैर गाेटन में एक जगह 46 लीज पट्टे हैं। इनकी माॅनिटरिंग ड्राेन से कर गड्ढाें का क्षेत्रफल नापा गया। इसके बाद लीजधारक द्वारा जारी किए गए ई-रवन्नाें की पड़ताल की गई। गड्डाें की गहराई और ई-रवन्नाें की क्राॅस पड़ताल में सामने आया कि लीजधारकाें ने अपने ई-रवन्ने अवैध बजरी खनन के लिए दूसराें काे बेचे थे। यानी की दूसरी जगह के अवैध खनन काे वैध बनाया था। इन 46 की पड़ताल में 44 के यहां गड़बड़ी मिलने पर करीब 30 कराेड़ रु. का जुर्माना लगाकर खनन बंद करा दिया गया है।

भीलवाडा व टोंक से पूर्ति

इन 44 लीजों के बंद हाेने से जयपुर में बजरी सप्लाई प्रभावित हाे सकती है। हालांकि विभाग के इंजीनियराें का मानना है कि जयपुर में कमी आई ताे टाेंक, काेटड़ी, भीलवाड़ा आदि जगहाें की सप्लाई से भरपाई हाे जाएगी।

खनन संचालकों काे नाेटिस

एसीएस सुबाेध अग्रवाल के निर्देश के बाद प्रदेशभर में इंजीनियरों ने खनन संचालकों काे नाेटिस जारी करके अनुमोदित स्थान से ही ई-रवन्ना के निर्देश जारी कर दिए हैं। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि अवैध खनन के परिवहन पर लगाम लगें और सीधे ताैर पर अवैध थम जाएगा।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम