सैकड़ों कोरोना लाशें ढोई, अब नौकरी से निकाल दिया!!

Dr. CHETAN THATHERA
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Newsman Madan Kalal /jaipur। राजस्थान के सबसे बड़े कोविड सेंटर आरयूएचएस के डेड बॉडी रूम में सैकड़ों लाशों के साथ हर वक्त अपनी जिंदगी दांव लगाकर काम करने वाले दोनों भाइयों को नौकरी से निकाल दिया गया है। प्रशासन ने मौखिक कारण बताया-कोरोना के मरीज नहीं होने से वार्ड बॉय के रूप में अब आपकी जरूरत नहीं।


अरविंद और रंजीत दोनों भाइयों की ड्यूटी वार्ड बॉय के रूप में डेड बॉडी रूम में लगी थी। कोरोना के भारी कहर के बीच ये दोनों भाई लाशों को लाने-ले जाने का काम करते थे। हर पल मौत के खतरों से जूझते हुए इन भाइयों ने अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया।

इन्हें इनकी सेवाओं के लिए बड़े पुरस्कार से नवाजा जाना चाहिए था, लेकिन हुआ उल्टा। रंजीत ने बताया-कोरोना का असर कम होने का हवाला देते हुए हमें 2 माह पहले नौकरी से निकाल दिया। करीब 2 हजार डेड बॉडी लाने ले जाने वाले दोनों भाई बार-बार यह सोच कर सकते में है कि इंसानियत इस कदर गिर सकती है। संविदा पर सेवारत इन दोनों भाइयों के अलावा कई सेक्शन में टेंपरेरी स्टाफ को हटा दिया गया है।

लाशों के बीच ही सोना,खाना, उठना रहा…

दोनों भाइयों को इस बात का फक्र था कि वे कोरोना की मुश्किल घड़ी में समाज सेवा की बड़ी मिसाल कायम कर रहे हैं। एक समय ऐसा भी था जब वे लाशों के बीच ही सोते,खाते, उठते, बैठते थे। महामारी के बीच उन्हें पल भर की फुर्सत नहीं थी। जब लोग लाशों से दूर भाग रहे थे तब उन्होंने अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर काम किया।

कोरोना का असर कम होते ही उन्हें बाय-बाय कह दिया गया। दोनों भाई 8 हजार मानदेय पर काम कर रहे थे।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम