गुर्जर समाज को गुर्जर रेजीमेंट और राजनीतिक हिस्सेदारी चाहिए – प्रहलाद गुंजल

Dr. CHETAN THATHERA
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Jaipur News। अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के तत्वावधान में रविवार को अखिल भारतीय गुर्जर महासम्मेलन एवम गुर्जर गौरव सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस महासम्मेलन में राजस्थान,हरियाणा, उत्तरप्रदेश, पंजाब से गुर्जर समाज के लोग शामिल हुए। इस समारोह  में आयोजित गुर्जर सम्मेलन में कई राज्यों से लोग शामिल होने के लिए पहुंचे।
अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि शंकर धाभाई ने बताया कि जयपुर में  रविवार को अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के तत्वावधान में आयोजित अखिल भारतीय गुर्जर महासम्मेलन एवम गुर्जर गौरव सम्मान समारोह  किया गया। इस महासम्मेलन में राजस्थान, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, पंजाब से गुर्जर समाज के लोग शामिल हुए। इस समारोह में आयोजित गुर्जर सम्मेलन में कई राज्यों से लोग शामिल होने के लिए पहुंचे। बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान सभी ने गुर्जर समाज के लोगों को रवि शंकर धाभाई ने संगठित होने की शपथ दिलाई और पूरा इलाका भगवान श्री देवनारायण जी के नारों से गूंज उठा। सम्मेलन को लेकर गुर्जर समाज के युवाओं में खासा जोश देखने को मिला। प्रहलाद गुंजल ने अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ द्वारा आयोजित सेमिनार में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। विभिन्न चर्चाओं व विशलेषणों तथा व्याख्यानों के उपरांत प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम के सेमिनार का विधिवत समापन किया गया।
 अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव योगेन्द्र सिंह गुर्जर ने कहा कि सम्मेलन में समाज में शिक्षा व रोजगार,सामाजिक संगठन, सामाजिक कुरीतियों की रोकथाम व प्रतिभा सम्मान सहित ऐतिहासिक संदर्भों पर चर्चा की गई।
पूर्व विधायक गुंजल ने कहा कि गुर्जर समाज ने हर बार अपने अस्तित्व का अहसास कराया है, लेकिन उन्हें उपेक्षित रखा गया। अब उपेक्षा बर्दाश्त नहीं होगी। गुर्जर समाज को गुर्जर रेजीमेंट और राजनीतिक हिस्सेदारी चाहिए। दिशाहीन एवं नेतृत्वहीन गुर्जर समाज एक हो जाए तो देश पर राज करेगा। रविवार को आयोजित अखिल भारतीय गुर्जर महासम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि गुंजल ने कहा कि नेतृत्व के बगैर समाज संगठित नहीं हो पा रहा है। पश्चिमी यूपी में दो करोड़ पांच लाख गुर्जर होने के बावजूद पिछड़े हुए हैं। यूपी के मालिक गुर्जर हैं, जबकि राज कोई और कर रहा है। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज के हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई एक हो जाएं तो उन्हें राजनीति के चरम पर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी तीन मांगें माने। गुर्जर रेजीमेंट, गुर्जर विश्वविद्यालय, गुर्जर समाज की राजनीतिक भागेदारी सुनिश्चित की जाए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जयपुर हैरिटेज की महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि गुर्जरों को जागरूक होना होगा। हर  में सम्मेलन आयोजित करें तो गुर्जर अपनी ताकत पहचानेंगे। अपने बच्चों को शिक्षित करें। जिससे समाज उन्नति कर सके।
 प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र धाभाई ने कहा कि गुर्जर समाज प्रतिहार है, जिसका अर्थ रक्षक है। इसलिए गुर्जर राम के भाई लक्ष्मण के वंशज हैं। गुर्जरों ने अरब आक्रांताओं से कई साल तक लोहा लिया और 386 साल तक राज किया, लेकिन अब उपेक्षा हो रही है। गुर्जर समाज को संगठित होकर अपनी हिस्सेदारी लेनी होगी। सम्मेलन में कई गणमान्य व्यक्तियों को गुर्जर गौरव अवॉर्ड से सम्मानित किया गया व महासंघ के सक्रिय कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम