ग्राम सेवक फिर शिक्षक और अब शिक्षा निदेशक कानाराम ने संभाला कार्यभार

जयपुर/ ग्रामसेवक 14 शिक्षक के बाद आईएएस तक का सफर तय करने के बाद आज राजस्थान के शिक्षा निदेशालय के निदेशक का पदभार ग्रहण किया है पाली जिले के एक छोटे से गांव के किसान के यहां जन्मे कानाराम सीरवी ने ।

ग्राम सेवक फिर शिक्षक और अब शिक्षा निदेशक कानाराम ने संभाला कार्यभार
सरकार द्वारा 5 दिन पूर्व किए गए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के तबादले में स्टेट हेल्थ इंश्योरेंस एजेंसी के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद पर कार्यरत पाली जिले के सीसर वादा सोजत रोड निवासी किसान के बेटे कानाराम सीरवी को शिक्षा निदेशालय मैं सौरव स्वामी के स्थान पर निदेशक लगाया।

नवनियुक्त शिक्षा निदेशक कानाराम सीरवी ने आज जयपुर मे शिक्षा संकुल मे शिक्षा निदेशक के निवर्तमान शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी से चार्ज लिया और नवनियुक्त पद पर कार्यभार ग्रहण किया । इस अवसर पर निवर्तमान शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी(आईएएस), मनीष कस्वां, सहायक निदेशक-कार्मिक, डॉ. जगदीश सहायक निदेशक प्रशासन, रामचन्द्र घिंटाला सहायक निदेशक संस्थापन-एफ,नवरत्न नाई, सहायक निदेशक-विधि और संदीप शर्मा प्रभारी समन्वय कक्ष जयपुर आदि उपस्थित थे ।

किसान के बेटे कानाराम सीरवी का सफर

पाली जिले के छोटे से गांव सिसरवादा (सोजतरोड) में किसान परिवार में जन्म कानाराम सीरवी शुरू से ही पढ़ाई में होशियार थे। इनका परिवार आर्थिक रूप से ज्यादा सक्षम नहीं था।

ग्राम सेवक फिर शिक्षक और अब शिक्षा निदेशक कानाराम ने संभाला कार्यभार

घर में पढ़ाई का ज्यारा माहौल नहीं था। लेकिन उन्होंने IAS बनने की लक्ष्य निर्धारित कर लिया था। 12वीं तक की पढ़ाई सोजत में की। बांगड़ कॉलेज से MSC की। इस दौरान उन्होंने चयन ग्राम सेवक पद पर हो गया।

डेढ़ साल तक नौकरी करने के बाद नौकरी छोड़ इन्होंने बीएड की। सैकेण्ड ग्रेड शिक्षक भी बन गए। लेकिन IAS बनने के अपने लक्ष्य को ज्यादा समय नहीं दे पाए तो 7 माह बाद यह नौकरी भी छोड़ दी। तथा IAS की तैयारी करने जयपुर गए फिर दिल्ली गए। आखिरकार उनका संघर्ष रंग लाया और वर्ष 2012 में वे IAS बन गए। उन्होंने 54वी रैंक हासिल की।