Jaipur News । राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) गठबंधन में नागौर से सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने शुक्रवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गठजोड़ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत व पूर्व सीएम राजे का नार्को टेस्ट होना चाहिए, क्योंकि गत 22 सालों से इन दोनों के आपसी गठजोड़ से जनता त्रस्त है। दोनों ने एक-दूसरे के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल रख बेनीवाल ने ट्वीट कर यह आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि गहलोत-वसुंधरा के गठजोड़ की सच्चाई जनहित में मजबूती से सामने आना जरूरी है। इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से इन दोनों के नार्को टेस्ट की मांग करता हूं। बेनीवाल किसान आंदोलन को लेकर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर पहले भी निशाना साधते रहे हैं। वे लगातार तीनों कृषि कानून बदलने की मांग कर रहे हैं। बेनीवाल पहले भी वसुंधरा राजे को लेकर कई बार बयान दे चुके हैं। बेनीवाल ने कहा कि गहलोत व राजे दोनों फौजमार कप्तान हैं।
राजस्थान में विपक्षी दल का धर्म निभाने की बजाय राजे अक्सर गहलोत सरकार के कारनामो के विरुद्ध चुप रही और 2 वर्ष के कार्यकाल के बाद राजे के बयान आना महज औपचारिकता है क्योंकि आवश्कयता के समय श्रीमती राजे की खामोशी #गहलोत_वसुंधरा_गठजोड़ की सच्चाई को बयां करती है !
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) December 18, 2020
इनके गठजोड़ व कारनामे से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दोनों ने राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा का बंटाधार करने की सुपारी ले रखी है। बेनीवाल ने कहा कि हाल ही में राजस्थान में जब कांग्रेस पार्टी की आपसी लड़ाई से सियासी संकट आया, उसमें राजे ने भाजपा का पक्ष लेने की बजाय गहलोत सरकार को बचाने में पूरी मदद की। उनके सियासी सिपाही उस समय अक्सर गहलोत के आवास पर नजर आते थे। राजस्थान में खान घोटाले, माथुर आयोग बनाकर लीपापोती करना, एकल पट्टा प्रकरण, बजरी व परिवहन घोटाला, फन किंगडम स्कैम सहित ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमें गहलोत-वसुंधरा ने एक दूसरे की मदद करके एक दूसरे को कानूनी कार्रवाई से बचाया।
नागौर सांसद ने आगे कहा कि 2 वर्षों से प्रदेश में अपराध चरम पर है। महिला अपराधों से राजस्थान को शर्मसार होना पड़ा, इसके बावजूद वसुंधरा राजे का कोई बयान तक नही आया। कांग्रेस की तरफ से जब भी भाजपा पर आरोप लगे तब राजे अक्सर चुप ही नजर आई। यह बातें राजे-गहलोत के गठजोड़ की कहानी को बयां करती है।