Jaipur News। राजस्थान में लंबे समय से बंद पड़ी सरकारी व निजी स्कूलों को आगामी 2 अगस्त से खोलने का गहलोत सरकार ने लिए निर्णय पर एक दिन में ही सरकार ने यू-टर्न लेते हुए इंकार कर दिया कि अभी नहीं कमेटी लेगी फैसला।
विदित है कि कोरोनावायरस महामारी की वजह से लंबे समय से देश भर में स्कूल बंद है । इसी के तहत राजस्थान में भी सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाएं बंद पड़ी है तथा राजस्थान सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन ही कक्षाएं चलाई जा रही है।
जिसमें आओ घर से सीखे स्माइल-2, दूरदर्शन आदि के माध्यम से ग्रामीण दूर-दराज तक के विद्यार्थियों को शिक्षा दी जा रही है। और पिछले कुछ समय से कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने पर 22 जुलाई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में स्कूल खोलने की सहमति बनी थी ।
इस बैठक के बाद प्रदेश के शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर ऐलान किया कि प्रदेश में 2 अगस्त से सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाएं खोल दी जाएगी अर्थात सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में कक्षा 1 से लेकर 12 तक के विद्यार्थियों की यथावत पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।
गहलोत सरकार व शिक्षा राज्य मंत्री डोटासरा के इस ट्वीट के बाद प्रदेश भर में सरकार के इस निर्णय को लेकर प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई और आगामी तीसरी लहर की संभावना और चिकित्सका विशेषज्ञों के अनुसार इसकी भयावहता को लेकर अभिभावक सहित आमजन ने जबरदस्त नकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी
विदित हो कि दैनिक रिपोर्टर्स डॉट कॉम ने भी सरकार को 2 अगस्त से स्कूल खोलना कहीं भारी ना पड़ जाए शीर्षक से एक समाचार प्रकाशित किया था । गहलोत सरकार ने प्रदेशभर मैं हुई प्रतिक्रियाओं के बाद यू-टर्न लेते हुए कल देर रात स्पष्ट किया कि अभी स्कूले नहीं खोली जाएगी और स्कूल खोलने के संबंध में 5 सदस्य कमेटी बनाई गई है जो मंथन के बाद अपनी रिपोर्ट देगी और उसी रिपोर्ट के आधार पर उसको खोलने या नहीं खोलने का निर्णय लिया जाएगा।
जिसके हिमाचल प्रदेश छत्तीसगढ़ ओडिशा दिल्ली सहित कई राज्यों में अभी स्कूल बंद है और वहां की सरकार है स्कूल खोलने पर अभी मंथन कर रही है कि आगामी तीसरी लहर को लेकर और विशेषज्ञों की चेतावनी तीसरी और भयावह होगी इस बात को ध्यान में रखकर स्कूल खोले जाएं या नहीं