जयपुर
पीसीसी में करीब साढ़े चार घंटे तक चली प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में चुनावी रणनीति से लेकर प्रत्याशी चयन पर चर्चा के बाद आखिरकार टिकटों पर अन्तिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर छोडऩे का प्रस्ताव पारित किया गया।
कांग्रेस के महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी अध्यक्ष तथा डिप्टी सीएम सचिन पायलट की उपस्थिति में हुई बैठक में स्थानीय को टिकट देने, चुनाव से पहले पानी-बिजली की समस्या दूर करने, अपने-अपने क्षेत्र से प्रत्याशी को जिताने के लिए विधायकों की परफॉर्मेंस तय करने, कर्मचारियों के तबादले करने सहित कई अहम सुझाव आए। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि विधानसभा चुनाव की तरह पैराशूट उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया जाए। पार्टी का फ ोकस जिताऊ चेहरों पर रहेगा।
बैठक में शामिल सभी सदस्यों से कहा गया कि 25 सीटों को लेकर अपने नाम 8 फरवरी तक सौंप दें। पायलट,गहलोत और पांडे सूची को अंतिम रूप देकर 12 फ रवरी को दिल्ली में होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में रिपोर्ट कार्ड रखेंगे। वहां से सिंगल नाम के पैनल तैयार कर सीईसी में भेजे जाएंगे।
बैठक में पूर्व केन्द्रीय मंत्री नमो नारायण मीना ने युवा कार्यकर्ताओं को जमीनी तौर पर सक्रियता से काम करने का सुझाव दिया तो कांग्रेस नेता पवन गोदारा ने कहा युवा कार्यकर्ताओं की बदौलत ही आज पार्टी सत्ता में है। बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीना ने कहा कि मंत्रियों को अपने अपने क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी को जिताने की जिम्मेदारी दें ताकि उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार हो। वहीं चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष चंद्रभान की वरिष्ठता का उदाहरण देते हुए कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग लोकसभा सीट की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। इस पर नमो ने कहा कि इसका मतलब पार्टी वरिष्ठ नेताओं को टिकट नहीं देगी, साथ ही कहा कि मैंने तो टोंक- सवाईमाधोपुर से तैयारी शुरू कर दी है।