
जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी घटनाक्रम में जी 6 के नेता भी बैठे हुए नजर आ रहे हैं। रविवार को जहां जी 6 के सदस्य वाजिब अली, संदीप यादव और लाखन मीणा धारीवाल के घर हुई बैठक में शामिल हुए तो वही गिर्राज सिंह मलिंगा, खिलाड़ी बैरवा और राजेंद्र गुढ़ा मुख्यमंत्री आवास में हुई विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। देर रात जहां राजेंद्र गुढ़ा ने बैठक पर सवाल खड़े किए थे तो वही आज भी राजेंद्र गुढ़ा, गिरिराज मलिंगा और खिलाड़ी बैरवा ने गहलोत गुट पर तीखा हमला बोला।
तीनों नेताओं ने कहा कि गहलोत गुट ने घोर अनुशासनहीनता की है और पार्टी आलाकमान को आंख दिखाने का काम किया है। ऐसे नेताओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही पार्टी आलाकमान करनी चाहिए। कभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कट्टर समर्थक रहे राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर विधायकों की हुई बैठक किसी भी मायने में सही नहीं है, इन नेताओं ने अलग से बैठक करके घोर अनुशासनहीनता की है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि शांति धारीवाल, महेश जोशी और महेंद्र चौधरी ने जो किया वो आलाकमान को आंख दिखाने का काम है। इन लोगों ने घोर अनुशासनहीनता की है। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि 2 साल पहले जो कुछ घटनाक्रम हुआ था यह उससे भी बड़ी अनुशासनहीनता है।
जो बगावत करेगा वो भुगतेगा
वही विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी अशोक गहलोत कैंप पर सीधा हमला बोला है। बैरवा ने कहा कि जो बगावत करेगा वो भुगतेगा। बैरवा ने कहा कि आलाकमान के फैसले का इंतजार है, सचिन पायलट बड़े कद के नेता है और उन्हें पहले भी मौका मिला था, लेकिन उन्होंने सब्र किया है क्योंकि वह राजनीति में लंबी रेस के घोड़े हैं।
अल्पमत में है गहलोत सरकार
इधर विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा कि गहलोत गुट के 92 विधायकों ने इस्तीफे दे दिए हैं,ऐसे में गहलोत सरकार अब अल्पमत में है और मध्यावधि चुनाव की ओर है। आलाकमान को भी चाहिए कि इस्तीफा देने वाले सभी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करे।