जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि किसानों को कृषि कार्यों के लिए आर्थिक परेशानियों से राहत मिल सके। किसानों को चिंता से मुक्ति दिलाने और उनकी आय में वृद्धि करने के लिए मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना शुरु की गई है।
इस योजना के तहत किसानों के बिजली बिल पर प्रतिमाह 1 हजार रूपये तथा अधिकतम प्रतिवर्ष 12 हजार रूपये सब्सिडी दी जाती है। योजना के माध्यम से 12.79 लाख किसानों को 766.67 करोड़ अनुदान दिया जा चुका है। योजना के तहत अब तक लगभग 7.70 लाख किसानों का बिजली का बिल शून्य आया है।
अब ट्यूबवेल को सुचारु रुप से चलाने में सहयोग मिला
नागौर जिले के मेड़ता निवासी किसान अमराराम का कहना है कि बारिश कम होने के कारण वे ट्यूबवेल के माध्यम से सिंचाई कर खेती करते थे। अमराराम के ट्यूबवेल पर 10 किलोवाट का ट्रांसफॉर्मर लगा हुआ है। जिससे कृषि का बिजली बिल अधिक आता था। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अमराराम बिजली का बिल नहीं भर पा रहे थे।
यहां तक कि ट्यूबवेल भी बंद होने के कगार पर आ गया था। जिससे खेती करना बहुत मुश्किल होता जा रहा था। तभी मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना शुऱु होने के बाद बिना कोई आवदेन के अमरराम का कृषि बिल 1 वर्ष 5 माह से शून्य आने लगा।
इस जीरो बिल को देखकर अमराराम का दिल झूम उठा और अमरराम ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना के लिए आभार जताते हुए कहा है कि अब उन्हें खेती करने में आसानी हो रही है और आर्थिक समस्या का भी निवारण हुआ। साथ ही, कृषि बिजली बिल शून्य आने के कारण होने वाली बचत से खेती के अंतर्गत उपयोग में आने वाले संसाधनों को जुटाने में सहयोग मिला।