
जयपुर (विशेष संवाददाता)। प्रदेश में होने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अब अपनी रणनीति पर कार्य करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बुधवार को नई दिल्ली में हुई भाजपा कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश के राजनीतिक हालात का विश्लेषण किया गया साथ ही चुने हुए जनप्रतिनिधियों कीे स्थिति की जानकारी भी ली गई। इसके साथ ही प्रदेश में भाजपा के सभी कार्यक्रमों और अभियानों के दौरान हुए कार्यक्रमों का फीडबैक भी लिया गया। इधर, इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष के लिए कोई बात नहीं हुए किन्तु उसके बाद शाह और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की गई है।
बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान शाह ने वहां उपस्थित राज्यसभा सांसदों से उनके करवाए गए कार्यों के बारे में भी पूछा तथा पार्टी की मजबूती भी जानी। हालांकि कोर कमेटी सदस्य पूरी तैयारी के साथ बैठक में गए थे किन्तु जब शाह ने विधानसभा वार जानकारी मांगी तो उनके समक्ष 150 सीटों का ब्योरा ही रखा गया। बैठक के दौरान प्रदेशाध्यक्ष के मुद्दे पर बात करने की कोशिश की गई किन्तु इसके लिए शाह ने मना कर दिया तथा चुनावी तैयारियों पर ही बात करने के निर्देश दिए। बुधवार को ही राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश के भाजपा नेताओं के साथ बैठक तय थी ऐसे में शाह ने राजस्थान प्रदेश कोर कमेटी के सदस्यों से चुनावों की तैयारी तथा चुनावों के दौरान शीर्ष नेताओं के दौरों की पूरी प्लानिंग कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए ताकि समय पर उनके दौरे तय किए जा सकें।
नई दिल्ली में ही शाह और राजे की मुलाकात में राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहें हैं कि दोनों के बीच प्रदेशाध्यक्ष को लेकर बात हुई किन्तु पार्टी सुप्रीमो ने गजेन्द्र सिंह शेखावत को ही प्रदेशाध्यक्ष पद पर आसीन करने की बात कही हैं। ऐसे में अब कभी भी शेखावत की नियुक्ति की घोषणा हो सकती है हालांकि शेखावत विरोध खेमे के नेताओं ने अरुण चतुर्वेदी के साथ सांसद भूपेन्द्र यादव का नाम भी आगे कर दिया है।