राजस्थान में पहली बार 1 करोड़ विद्यार्थियों के लिए NCRT ने की पाठ्यक्रम की…

Dr. CHETAN THATHERA
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जयपुर/ राजस्थान में नई शिक्षा नीति(NEP-2020) लागू होने के बाद पहली बार नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क(NCF) से पहले 25 बिंदुओं पर एनसीईआरटी (NCRT) राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रदेश के करीब 1 करोड़ से अधिक स्कूली विद्यार्थियों के लिए शिक्षा की नींव तैयार अर्थात पाठ्यक्रम बनाने में स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क(SCF) मैं जुटा हुआ है और लगभग यह कार्य अंतिम चरणों में है।

अब तक प्रदेश में एनसीईआरटी से पहले ऐसी है तैयार हो रहा है जबकि हर बार एनसीईआरटी द्वारा नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क(NCF) जारी होने के बाद ही राज्य की परिस्थितियों और आवश्यकताओं के अनुसार फ्रेमवर्क तैयार करते हैं एनसीईआरटी में एससीएफ तैयार करने का कार्य करीब 2 सालों से चल रहा था और यह अब अंतिम दौर में है इसे चार भागों में बांटा गया है ।

अर्ली चाइल्ड केयर एंड एजुकेशन स्कूल शिक्षा शिक्षक प्रशिक्षण और प्रौढ़ शिक्षा यह चार भाग हैं और पूरे सेलेबस की रूपरेखा 25 बिंदुओं पर तैयार की गई है ।इस SCF को स्टीयरिंग कमेटी द्वारा अप्रैल करने के बाद एनसीईआरटी को सबमिट करना होगा और उसके बाद स्थानीय संदर्भ के अनुभव राज्य का पाठ्यक्रम निर्माण किया जाएगा।

 

इन 25 बिंदुओं के आधार पर तय होगी सिलेबस की रूपरेखा

विषय पाठ्यचर्या और शिक्षा शास्त्र संबंधित, दर्शन और शिक्षा के उद्देश्य, प्री स्कूल शिक्षा, पाठ्यचर्या और शिक्षाशास्त्र, सामाजिक विज्ञान में शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, कला शिक्षा, विज्ञान की शिक्षा, गणितीय शिक्षा और कम्प्यूटेशनल सोच, भाषा शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा, स्वास्थ्य और अच्छाई, परीक्षा और समग्र प्रगति कार्ड में सुधार, भारत का ज्ञान, मूल्य शिक्षा, समावेशी शिक्षा, लिंग शिक्षा, स्कूली शिक्षा के लिए शिक्षा प्रौद्योगिकी, शिक्षक की शिक्षा, स्कूलों के लिए मार्गदर्शन और परामर्श, स्कूल शासन और नेतृत्व, गुणवत्तापूर्ण पाठ्य और गैर-पाठ्य सामग्री का प्रकाशन, स्कूल और उच्च शिक्षा के बीच संबंध, स्कूली शिक्षा के वैकल्पिक तरीके, शिक्षा में समुदाय की उभरती भूमिका, प्रौढ़ शिक्षा बिंदू शामिल हैं।

एससीईआरटी में ऐसे तैयार हुआ एससीएफ

सरकारी संस्थाओं और सहयोगी संस्थाओं को जोड़ा।

चयन प्रक्रिया द्वारा अगस्त, सितम्बर 2021 में 25 राज्य स्तरीय फोकस समूहों का निर्माण किया।

राज्य स्तरीय फोकस समूह के सदस्यों की ऑनलाइन वर्कशॉप।

पोजिशन पेपर के ड्राफ्ट तैयार किए गए।

25 पोजिशन पेपर्स के गाइडलाइन प्रश्नों पर लेखनकार्य।

मोबाइल एप सर्वे।

3 राज्य स्तरीय संचालन समितियों का गठन मई- 2022 में किया गया।

पाठ्यक्रम का आधार होता है करिकुलम

करिकुलम यानी पाठ्यचर्या का अर्थ हैं कि विद्यार्थियों को क्या जानना चाहिए और क्या करने में सक्षम होना चाहिए। इसी संदर्भ में सीखी जाने वाली सामग्री को शामिल किया जाता हैं। पाठ्यक्रम की रूपरेखा एक परिणाम आधारित शिक्षा या मानक आधारित शिक्षा सुधार योजना का भाग होता है। प्रारूप को चार भागों में बांटकर तैयार किया गया है। जिसमें प्रारम्भिक बाल्यावस्था की देखभाल और शिक्षा से लेकर प्रौढ़ शिक्षा शामिल है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम