फारूक अब्दुल्ला के बयान पर विहिप ने जताई आपत्ति

Jaipur news । जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला द्वारा अनुच्छेद 370 को लेकर दिए गए बयान की विश्व हिन्दू परिषद ने कड़ी निंदा की है। 

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विहिप के प्रान्त प्रचार प्रमुख अभिषेक सिंह ने साेमवार को बयान जारी कर कहा कि एक तरफ जहां भारत- चीन सीमा पर तनाव बढ़ रहा है, वहीं ऐसे समय में इस तरह का बयान देने का साफ मतलब यही है कि देश की शांति को भंग करने का सोचा समझा प्रयास किया जा रहा है। पहले भी कश्मीरी पंडित ऐसे अलगाववादी नेताओं के षड़यंत्र का शिकार हो चुके हैं।

1989 में कश्मीरी पंडितों को उन्ही की जमीन से बेदखल कर दिया गया था। उन्हें मजबूरी में अपना घर छोड़ना पड़ा था। इसके बाद उमर अब्दुल्ला के शासन में भी कश्मीरी पंडितों पर बहुत अत्याचार हुए, लेकिन फारूक अब्दुल्ला को इस पर भी कोई पछतावा नहीं है। संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों का इन लोगों ने दुरुपयोग किया है।


उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला द्वारा दिया गया यह बयान पूरी तरह से अस्वीकार्य है और यह देशद्रोह के अलावा और कुछ नहीं। बता दें कि  जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा था कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव अनुच्छेद 370 हटाने का नतीजा है। चीन शुरू से इसका विरोध करता रहा है और सीमा पर उसका आक्रामक रुख मोदी सरकार के इस गलत कदम के कारण है।