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मदन लाल सैनी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनकर जयपुर आए उस दिन भी शनिवार था CM काले कपड़े पहने थे
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर में आयोजित जनसभा को संवाद कार्यक्रम में आए लाखों लोगों की भीड़ की निगाह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ड्रेस कोड पर ही गिरेगी। लोगों की लवर राजनीतिक विश्लेषण मुख्यमंत्री की खबरों को लेकर राजनीतिक परिप्रेक्ष्य का आकलन करते रहे। मालूम हो कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सप्ताह में वार के हिसाब से ही कपड़े तय करती है उनका ड्रेस अप वार के अनुसार रंग का होता है ऐसे में सभी का कयास था की CM इस बार भी काले कपड़े ही पहने गी लेकिन सभा में जिस प्रकार काले रंग की नो एंट्री हुई और उसके बाद मुख्यमंत्री ने भी दूसरी ड्रेस पहनी इससे सभी आंकलन धरे रह गए।
इससे पहले गत 30 जून को जब मदन लाल सैनी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनकर जयपुर आए थे तो उस दिन भी शनिवार था मुख्यमंत्री ने काले कपड़े पहने थे ऐसे में राजनीतिक विश्लेषक उनके कपड़ों को लेकर अर्थ तलाश रहे थे।
लोगों का मानना था कि काले सूट पहनकर मुख्यमंत्री ने सैनी के प्रति अपनी नापसंदगी जाहिर की है लेकिन मुख्यमंत्री समाचार उनकी धार्मिक प्रवृत्ति का हवाला देते हुए शनिवार को काले कपड़े पहनने की बात कहते रहे। ऐसे में शनिवार को ही मोदी की सभा में मुख्यमंत्री का काले कपड़े ना पहनना अब चर्चा का विषय बना हुआ है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री अगर सभा में काला सूट पहनकर आती तो लोग इसका गलत अर्थ लगाते और इसे CM और PM की दूरियों को लेकर प्रचारित करते हैं ऐसे में मुख्यमंत्री ने दूरदृष्टि दिखाते हुए कपड़ों का चयन किया।