Jaipur news । एसओजी के दिए आमजन मे धारण है की यह भष्ट्राचारियों तस्करो, जमाखोरो, ब्लैकमेलरो के खिलाफ कार्रवाई करती है मतलब जो कार्यवाही पुलिस नजर अंदाज कर या साठंगाठ कर ऐसे लोगो को बचा लेती है उनके खिलाफ एसओजी मोर्चा खोल उनकी धरपकड़ करती है लेकिन अगर एसओजी का एक उच्च अधिकारी एएसपी रेंक का ही मामला ऑइपचाने के लिए एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस के नाम से करीडो की रिश्वत माःगने लग जाए तो फिर किस पर यकीन किया जाए ।
ऐसी ही घटना सामने आई है जब एसओजी के अतिरिक्त पुलिस पर करोडो की रिश्वत मांगी जाने का आरोप है । सूत्रो के अनुसार की क्रेडिट सोसायटी के खिलाफ छो रूपयो का लेनदेन अर्थात लोन देना रूपये जमा करने का कार्य करतीं है खिलाफ एसओजी मे शिकायत हुई ।
जिसकी जांच एसओजी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्यपाल मिढ्ढा व सीआई विष्णु खत्री कर रहे थे इन्होने जांच पूरी करने के बाद सोसायटी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नही करने के एवज मे एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अनिल पालीवाल के ऑआम पर 2 करोड की रिश्वत मांगी और बतौर एडवांस 30लाख रूपये मांगे ।
इस सबंधं मे सोसायटी ने एसीबी मे शिकायत की एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया जो सही पाएजाने पर एऋसपी सत्यपाल मिढ्ढा के खिलाफ अभियोग संख्या 108/2020 धारा 7 , 7ए भष्ट्राचार निवारण अधिनियम एवं धारा 120 बी के तहत पंजीबद्द कर एसीबी ने जांच शुरू कर दी है ।