Jaipur news । भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान के तहत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को प्रदेश में छह बड़ी कार्रवाई की। इनमें थानाधिकारी से लेकर कांस्टेबल, परिवहन विभाग के अधिकारियों से लेकर पटवारी तक को रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा। एसीबी ने जाल बिछाकर भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को कानून के शिकंजे में कसा। प्रदेश के छह स्थानों पर सात अधिकारियों व कर्मचारियों को 10 लाख 76 हजार रुपये की राशि लेते गिरफ्तार कर आमजन को भ्रष्ट तंत्र से बचाया।
एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में चलाए जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में आमजन के सहयोग से यह कार्रवाई संभव हो पाई। उन्होंने बताया कि एसीबी जोधपुर इकाई द्वारा जयपुर के होटल रेडिसन में श्रीगंगानगर जिले के जवाहरनगर थाने के कांस्टेबल 34 वर्षीय नरेश चंद मीणा को कानपुर के परिवादी से नशील पदार्थों के कारोबार में फंसाने की धमकी देकर 10 लाख रुपये वसूलते गिरफ्तार किया गया।
एसीबी की उदयपुर इकाई द्वारा झलारा के थानाधिकारी रमेशचंद्र खटीक व हैड कांस्टेबल बृजमोहन मीणा तथा एक दलाल जितेन्द्र सुथार को 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते दबोचा गया। एसीबी की अजमेर इकाई द्वारा रामगंज थाने के सहायक उप निरीक्षक बाबूलाल विश्रोई को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया तो एसीबी की झुंझुनूं इकाई द्वारा पटवार हलका नयासर के पटवारी रणवीर जाट को 13 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। श्रीगंगानगर इकाई द्वारा पटवारी दीपेश कुमार को 13 हजार रुपये की रिश्वत राशि के साथ दबोचा गया। एसीबी की इंटेलीजेंस शाखा की ओर से मुखबिर से मिली सूचना के सत्यापन के बाद जयपुर जिले की चौमूं तहसील के जिला परिवहन अधिकारी जगदीश नारायण मीणा के खिलाफ आय से अधिक 2.75 करोड़ की अवैध संपत्ति के मामले में प्रकरण दर्ज किया गया।