शिक्षा विभाग- तृतीय श्रेणी के शिक्षकों नहीं करें तबादलों का इंतजार

Once again in preparation for a major reshuffle in the bureaucracy, the government, brainstorming on the transfer list of IPC officers

जयपुर/ बीकानेर/ राजस्थान में सरकार और शिक्षा विभाग ने एक बार फिर तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को नहीं करने का मानस बनाते हुए लंबे समय से इंतजार कर रहे और अपने इच्छित स्थान पर जाने का सपना देख रहे तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के सपने मुंगेरीलाल के सपने की तरह ही रह गए हैं।

हालांकि तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के तबादले नहीं होंगे इसको लेकर सरकार और शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला ने पहले ही संकेत दे दिए थे लेकिन शिक्षा मंत्री डॉक्टर कल्ला ने एक रियायत जरूर देने की बात कही थी कि 1 जिले से उसी जिले में अर्थात अंतर जिला स्तर पर तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के तबादले किए जाएंगे लेकिन इस रियायत को भी अब सरकार और शिक्षा मंत्री डॉक्टर कल्ला ने नकार दिया है ।

इससे प्रदेश के करीब 85 हजार से अधिक तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के सपने टूट गए या यूं कहें कि उनके सपने मुंगेरीलाल के सपनों की तरह ही सपने बनकर रह गए हैं।

प्रदेश के तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलो के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे थे तब प्रदेश के करीब 85000 से अधिक तृतीय श्रेणी के शिक्षकों ने आवेदन किया था इसके बाद मंत्रिमंडल में बदलाव हुआ और गोविंद सिंह डोटासरा शिक्षा मंत्री पद से हटाए जाने के बाद इस नए विभाग का पदभार डॉक्टर बी डी कल्ला को सौंपा गया तब बीडी कल्ला ने मई 2022 में घोषणा की थी की तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों के लिए नई शिक्षा नीति तैयार की जाएगी और उसी के तहत तबादले किए जाएंगे ।

इस घोषणा के बाद पूर्व में आवेदन किए गए सभी 85,000 शिक्षकों की तबादला आवेदन रद्द हो गए थे । इसके बाद राज्यसभा चुनाव से पहले सरकार ने जब तबादलों से रोक हटाई तब शिक्षक संघों की मांग पर शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला ने आश्वासन दिया था कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले जिले के अंदर एक स्थान से दूसरे स्थान पर किए जाएंगे लेकिन अब सरकार और शिक्षा मंत्री डॉक्टर कल्ला ने जिले के अंदर एक ही स्थान से दूसरे स्थान पर भी तबादले नहीं करने का फरमान जारी किया है।

उधर दूसरी ओर शिक्षा मंत्री ने अपने सरकारी आवास के बाहर एक सूचना चस्पा की है जिस पर स्पष्ट लिखा था कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले भी नहीं होंगे और शिक्षा अधिकारी व अन्य शिक्षकों प्रिंसिपल व्याख्याता और सेकंड ग्रेड शिक्षकों के तबादले सूचियां बन रही है । तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के तबादले नहीं करने की सरकार की मंशा के बाद शिक्षा निदेशालय में शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने दी शिक्षा निदेशालय के चक्कर लगा रहे ।

तृतीय श्रेणी शिक्षकों को सही सूचना देने के उद्देश्य से एक सूचना चस्पा कर दिए जिस पर लिखा है कि तृतीय श्रेणी अध्यापकों के स्थानांतरण प्रतिनियुक्ति तथा कार्य व्यवस्था अर्थ आदि कार्य वर्तमान में नहीं हो रहे हैं 

इधर दूसरी ओर लंबे समय से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं होने से प्रदेश के कई सरकारी स्कूलों में तृतीय श्रेणी के पद खाली पड़े हैं और इससे अध्यापन कार्य में भी परेशानियां सामने आ रही है