शिक्षा विभाग-राजस्थान ने मंत्री डाॅ. कल्ला के  नेतृत्व मे निदेशक अग्रवाल के निर्देशन मे एक और नवाचार 

Dr. CHETAN THATHERA
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जयपुर/ बीकानेर/ राजस्थान में शिक्षा विभाग ने शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला के नेतृत्व और शिक्षा निदेशालय के युवा निदेशक गौरव अग्रवाल आईएएस के निर्देशन में एक और नवाचार यह है।

अब निदेशालय से ही राजस्थान कि किसी भी स्कूल के बच्चे से सीधा विद्यार्थियों से संपर्क किया जा सकेगा यही नहीं निदेशालय में कार्यरत महिलाओं और उनके बच्चों के लिए भी एक अलग पहल की गई है।

बीकानेर में स्थित राजस्थान शिक्षा विभाग के निदेशालय में शिक्षा विभाग के निदेशक गौरव अग्रवाल आईएएस ने एक के बाद एक नवाचार और पहल करने की कड़ी में शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला के निर्देशन में निदेशालय परिसर में हेरिटेज भवन में बैठक खोल तथा निदेशालय में कार्यरत महिला कार्मिकों के बच्चों के लिए शिशु वाटिका का निर्माण कराया यही नहीं इसके साथ ही एक और शानदार नवाचार किया है ।

निदेशालय में ही डिजिटल स्टूडियो बनाया गया। शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला ने निदेशालय में नवनिर्मित हेरिटेज भवन बैठक हॉल और शिशु वाटिका का शुभारंभ किया तथा इसी के साथ ही आधुनिक तकनीकी से तैयार किया गया डिजिटल स्टूडियो का भी कल शुभारंभ किया गया।

इस शुभारंभ के अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ कलाम ने कहा कि डिजिटल स्टूडियो का निर्माण वास्तव में शिक्षा विभाग के लिए आगे कदम बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा और ऊंचाइयों को सोएगा विश्व में तकनीकी उपयोग के बहुत सारे नवाचार हो रहे हैं।

ऐसे नवा चारों में भारतीयों का भी सराहनीय योगदान रहा है राजस्थान विशेष के परिपेक्ष में देखे तो शिक्षा विभाग राजस्थान में भी ई फाइलिंग शुरू कर देना राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम कार्यक्रम के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ई का उपयोग करना और अब निदेशालय से सीधा विद्यार्थी तक पहुंचने के लिए स्टूडियो का निर्माण भविष्य में सकारात्मक परिणाम लाएगा।

कला ने कहा कि राजस्थान के विद्यार्थी ना केवल राजस्थान के वर्ण देश के सुयोग्य नागरिक बनेंगे बल्कि राज्य और देश का नाम पूरे विश्व में रोशन करेंगे

शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल आईएएस ने बताया कि राजस्थान सरकार और शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला के निर्देशन में निदेशालय में एक हेरीटेज भवन का फागुन फागुन तक को के लिए बैठक हॉल का निर्माण किया गया है ।

और इसी के साथ ही निदेशालय में कार्यरत महिला कार्मिकों के बच्चों छोटे बच्चों की समस्याओं को मध्य नजर रखते हुए निदेशालय में ही एक शिशु वाटिका का निर्माण कराया गया है ।

इस शिशु वाटिका में महिला कार्मिक अपने बच्चों को छोड़कर अपना कार्यालय में काम अच्छी तरह से कर सकती है इस शिशु वाटिका में बच्चों से खेलने से संबंधित सभी सामग्रियों और उनकी देखरेख की व्यवस्था समुचित की गई है।

निदेशक अग्रवाल ने बताया कि इसके अलावा निदेशालय में ही आधुनिक तकनीकी से लेस एक डिजिटल स्टूडियो का निर्माण कराया गया इस स्टूडियो के माध्यम से निदेशालय से ही अब प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों से सीधा संपर्क किया जा सकेगा।

विदित है की इससे पूर्व शिक्षा निदेशालय में निदेशक का पद संभालने के बाद गौरव अग्रवाल आईएएस ने एक नवाचार करते हुए कोरोना का हाल के दौरान राजस्थान के सरकारी स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई के बाधित होने का समाधान करते हुए।

राजस्थान में शिक्षा के बढ़ते कदम कार्यक्रम चलाकर उनकी पढ़ाई का नुकसान पूरा करने पहल कर एक नवाचार किया था जिसके सकारात्मक नाम सामने आए हैं

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम