जयपुर/ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में शिक्षा उन्नयन और व्याख्याताओं को प्राचार्य के पद पर पदोन्नति के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने तथा प्रदेश में 11,000 से अधिक व्याख्याताओं को वाइस प्रिंसिपल बनाने और 3:30 हजार से अधिक प्रधानाध्यापकों का कैरियर समाप्त कर वहां प्रिंसिपल लगाने का निर्णय लेते हुए इसकी कवायद विभाग को करने की दिशा निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने आवास पर प्रदेश में शिक्षा के उन्होंने इन को लेकर आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया बैठक में व्याख्याताओं को प्राचार्य के पद पदोन्नति के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने तथा रीट परीक्षा 2021 पास कर चुके B.Ed के अध्ययनरत विद्यार्थियों को अध्यापक भर्ती 2021 में आवेदन के अवसर उपलब्ध कराने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
बैठक में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि शिक्षकों की लंबे समय से पदोन्नति के अवसर बढ़ाने की मांग चली आ रही थी इसी को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह निर्णय लिया है और इस निर्णय से प्रदेश के हजारों व्याख्याताओं को पदोन्नति का मौका मिल सकेगा साथ ही इससे माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा
बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी अध्यक्ष मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा पीके गोयल राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के अध्यक्ष डॉ डीपी जारोली प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोड़ा प्रमुख शासन सचिव पंचायती राज श्रीमती अपर्णा अरोरा प्रमुख शासन सचिव कार्मिक हेमंत गेरा शासन सचिव उच्च शिक्षा एनएल मीना माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक भंवरलाल सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
बैठक में यह लिए गए यह निर्णय
प्रदेश में 11353 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में उप प्रधानाचार्य के पद का सृजन होगा
राजकीय माध्यमिक विद्यालय में 3533 प्रधानाध्यापकों के कैडर को डाइंग कैडर घोषित किया जाएगा इन विद्यालयों में अब प्रधानाचार्य लगाए जाएंगे इसके लिए प्रधानाचार्य के नए पद सर्जित किए जाएंगे
इस निर्णय से स्कूल शिक्षा में व्याख्याताओं के पदोन्नति के बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकेंगे
कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के चलते B.Ed में अध्ययनरत अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम रीट 2021 के परीक्षा परिणाम से पूर्व घोषित नहीं हो पाया है इन अभ्यर्थियों को राजस्थान प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय अध्यापक सीधी भर्ती में आवेदन की अंतिम दिनांक तक शैक्षणिक व प्रशिक्षण की योग्यता प्राप्त करने का अवसर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस निर्णय से बड़ी संख्या में B.Ed में अध्ययनरत अभ्यर्थी अध्यापक सीधी भर्ती के पात्र हो सकेंगे