राजनीति में डाॅ. रघु शर्मा से दो कदम आगे जाएगा सागर

एम.इमरान टांक
ब्लॉगर/संपादक – अजमेर पॉलिटिक्स

मैंने कुछ महिनों पहले अपने एक ब्लाॅग में लिखा था कि “पिता की सरपरस्ती में सागर को राजनीति का क ख और ग सिखाया” जा रहा है। आज केकड़ी में नामांकन से पूर्व आयोजित सभा में भारी तादाद में उपस्थित लोगों ने डाॅ. रघु शर्मा के पुत्र सागर का भाषण सुना, हो सकता है कईयों ने पहले सुना हुआ हो लेकिन अपन ने पहली बार सुना, सुनकर लगा की अपने पहले लिखे हुए आईटम पर मोहर लग गई। बिल्कुल सागर पर मेहनत की गई है। सागर के भाषण का अंदाज बड़ा सधा हुआ और शब्दों पर लाजवाब लगाम थी। स्वर और रफ्तार पर पकड़ आख़िर तक रही। कोई शब्द झल्लाहट भरा नहीं, किसी भी शब्द को रिपिट नहीं किया गया और बड़े ही सधे हुए शब्दों में सागर ने अपनी बात प्रभावी ढंग से रख दी।

 

भाषण में पिता का रोबिला अंदाज शामिल था लेकिन शब्दों में मासूमियत साफ तौर पर झलक रही थी। कहने का आशय है कि डाॅ. रघु शर्मा नें अपने बेटे सागर पर वर्क किया है, उनकी टीम नें उन्हें सही गाइड किया है तभी तो सागर में कुछ महिनों की मेहनत का नतीजा उनके भाषण के अंदाज में दिखाई दिया। राजनीति में सागर की प्रभावी सक्रियता उपचुनाव के बाद से रही है लेकिन चंद महिनों के वर्क ने सागर को इतना ट्रेंड कर दिया है कि वे आज इतनी तादाद में उपस्थित लोगों के बीच इतना जबरदस्त बोल पाए।

 

अपना मानना है कि सागर अपने पिता डा. रघु शर्मा से राजनीति में दो कदम आगे जाएगा, क्योंकि डाॅ. शर्मा ने तो अपना संघर्ष अपने बूते किया लेकिन सागर को पिता के रूप में गाॅडफादर मिला है, जिनके राजनीतिक संघर्ष का रिजल्ट सागर को मिल रहा है। इसलिए अपन कन्फर्म है कि सागर की राजनीति डाॅ. रघु शर्मा से बड़ी होगी।