जयपुर/ राजस्थान के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के विधानसभा क्षेत्र लालसोट दौसा मैं एक निजी हॉस्पिटल की महिला चिकित्सक अवसाद में लाकर आत्महत्या करने पर मजबूर कर देने से विवश होकर महिला चिकित्सक द्वारा आत्महत्या कर लेने के मामले में पूरे राजस्थान में राजनीति गरमा गई है और इसको लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने आज ट्वीट करके स्पष्ट रूप से कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और उनको बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह कोई भी हो ।
विदित है कि लालसोट के कैथून रोड पर स्थित आनंद हॉस्पिटल मैं सोमवार रात को निकटवर्ती गांव से एक प्रसूता आशा देवी बेरवा 22 को प्रसव पीड़ा होने पर रात 9:00 बजे हॉस्पिटल लाया गया था जहां हॉस्पिटल की संचालक डॉ अर्चना शर्मा (उपाध्याय ) गायनोलोजिस्ट ने प्रसूता की हालत खराब होने से उसका सिजेरियन करके प्रसव कराया था लेकिन सिजेरियन के 2 घंटे बाद रात 11:00 बजे अधिक रक्तस्राव होने से उसकी हालत बिगड़ी इस पर चिकित्सकों ने उसे दो यूनिट रक्त भी चढ़ाया तथा उसे बचाने की खूब कोशिश की लेकिन उसकी मौत हो गई।
इस पर परिजनों के साथ मिलकर ग्रामीणों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया और अस्पताल संचालक डॉ संदीप उपाध्याय तथा उनकी पत्नी डॉ अर्चना उपाध्याय के खिलाफ थाने में एक मुकदमा धारा 302 के तहत दर्ज करा दिया इससे आहत होकर डॉ अर्चना शर्मा ने कल फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
आत्महत्या से पूर्व डॉ अर्चना शर्मा ने एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें उसने लिखा था कि उसका इसमें कोई कसूर नहीं है और न ही उसके पति का कोई कसूर है अधिक रक्तस्राव होने पर रोगी को बचाना बहुत मुश्किल होता है हमने प्रयास किए थे अगर ऐसे कोई करेगा तो डॉक्टर का क्या होगा और मेरी मौत के साथ ही शायद मेरी बेगुनाही साबित हो डॉ अर्चना शर्मा के द्वारा आत्महत्या करने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई थी और आज प्रदेश भर में सभी चिकित्सकों ने विरोध प्रदर्शन किया वहीं दूसरी ओर इस घटनाक्रम में सोशल मीडिया पर दो ऑडियो भी वायरल हो रहे हैं।
इन ऑडियो से स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि परिजनों को और ग्रामीणों को भड़का कर ₹5000000 का मुआवजा दिल आने की बात की जा कर हंगामा करने और प्रदर्शन करने की सलाह दी जा रही थी यह सलाह दी सरकारी कार्मिक के द्वारा ही दी जाना ऑडियो से प्रतीत हो रहा है हालांकि इस ऑडियो की दैनिक रिपोर्टर डॉट कॉम पी नहीं करता है।