जयपुर। कांग्रेस में माथापच्ची के बीच कामकाज से खफा होकर कांग्रेस आलाकमान ने चारों प्रभारी सचिवों की छुट्टी कर दी। अब उम्मीदवार चयन में प्रभारी सचिवों से सलाह नहीं ली जाएगी।
इन प्रभारी सचिवों पर प्रत्याशियों के नाम चयन में धांधली का शक जताया जा रहा था। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि टिकटों के लिए नाम चयन में मोटे स्तर पर प्रभारी सचिवों ने पैसों का लेनदेन किया है। इसकी शिकायत मिलने पर राहुल गांधी ने सभी को एपीओ कर दिया।
प्रभारी सचिवों की ओर से सिंगल नाम देने से पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खफा हो गए थे, इसके बाद प्रभारी सचिव काजी निजामुद्दीन, तरुण कुमार, विवेक बंसल और देवेन्द्र यादव की छुट्टी कर दी गई, इस बीच कांग्रेस की सोमवार को होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक धनतेरस के कारण टाल दी गई।
अब उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया दोबारा से पूरी की गई है नई प्रक्रिया से करीब 80 सीटों पर कई युवा और नए चेहरों को मौका मिल सकता है, कांग्रेस पार्टी अब हर जिले से एक महिला को अपना प्रत्याशी बनाएगी. अब तक 160 सीटों के लिए दुबारा से होमवर्क पूरा किया गया है।
प्रभारी सचिवों को स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा के निवास पर बुलाया गया वहीं स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक टलने के बाद 12 सफदरजंग लेन पर राजस्थान प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे और कुमारी शैलजा के साथ पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने उम्मीदवारों के चयन पर अनौपचारिक मंत्रणा की।