
जयपुर
एसीबी ने नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और यूडीएच के तत्कालीन उप सचिव एनएल मीणा को राहत देते हुए उन्हें एकल पट्टा प्रकरण में क्लीन चिट देते हुए अदालत में प्रगति रिपोर्ट पेश कर दी है। एसीबी की ओर से विशेष न्यायालय में पेश प्रगति रिपोर्ट में माना है कि दोनों के खिलाफ मामले में किसी तरह का अपराध प्रमाणित नहीं होता है। मामले में ललित के पंवार के खिलाफ जांच लंबित रखी गई है।
एसीबी के विशेष लोक अभियोजक बीएस चौहान ने बताया कि मामले में रामशरण सिंह ने 9 मई,2013 को एसीबी में शिकायत दी थी। जिसमें कहा गया कि जेडीए, यूडीएच और राजेन्द्र नगर आदर्श गृह निर्माण सहकारी समिति के पदाधिकारियों ने फर्जी तरीके से गणपति कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोपराइटर शैलेन्द्र गर्ग के नाम करोड़ों रुपए की 41 हजार 92 वर्गगज जमीन का एकल पट्टा जारी कर दिया।
एसीबी ने मामले में जांच कर करीब 18 माह बाद मामला दर्ज किया था। एसीबी ने मामले में पूर्व आईएएस जीएस संधू और आरएएस औंकार मल सैनी सहित अन्य के खिलाफ आरोप पत्र पेश करते हुए कुछ आरोपियों के खिलाफ जांच लंबित रखी थी। मामले में 12 मई,2016 को संधू और 16 मई को सैनी ने सरेंडर किया था।