जयपुर/ प्रदेश में बारिश के मौसम के अंतिम दौर के साथ ही बीमारियां बढ़ाना शुरू हो गई है इसमें प्रमुख रूप से डेंगू मलेरिया स्क्रब स्क्रबटाइस(चिचडा बुखार) के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है और अब तक डेंगू मलेरिया से प्रदेश में चार की मौत होने के भी समाचार हैं ।
चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में इस मौसम में अब तक करीब 2300 से अधिक डेंगू के और 1100 से अधिक मलेरिया के रोगी चिन्हित किया जा चुके हैं इसके अलावा प्रदेश के कुछ जिलों में स्क्रब टाइम के रोगियों की भी संख्या बढ़ रही है।
चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिन में मलेरिया डेंगू,स्क्रब टाइफस के लक्षण नजर आते हैं तो अगर तत्काल अपने निकटतम अस्पताल और चिकित्सक से सलाह लें ।
रामस्नेही चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ फिजिशियन और हार्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर आरजी गोयल के अनुसार इन दोनों व्यक्ति के तेज बुखार सर दर्द चेहरे या शरीर पर लाल लाल निशान जी घबराता पेट दर्द होना भूख नहीं लगा अगर ऐसे लक्षण दिखाई दें तो उन्हें तत्काल चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए और डेंगू प्रोफाइल आईजीएम(IGM) और आईजीजी(IGG) की जांच करके पता किया जा सके।
कि उसमें डेंगू है या नहीं और रोगी के डेंगू हो गया है और वह घर पर इलाज ले रहा है तो उसे दिन में कम कम से कम एक बार कंपलीट ब्लड काउंटिंग सीबीसी (CBC) की जांच करानी चाहिए ताकि इससे रोगी के ब्लड में मौजूद प्लेटलेट्स की गणना पर नजर रखी जा सके । डॉ गोयल ने बताया कि भीलवाड़ा में वर्तमान में स्क्रब टाइस ( जिसे आम बोलचाल मे चिचडा बुखार कहते है) और टायफॉइड्स (जिसे आम बोलचाल मे निकाला कहते हे) के रोगी अधिक आ रहे हैं ।
उन्होंने बताया कि डेंगू मलेरिया स्क्रब टाइस और टायफॉइड्स रोग लक्षण से भी एक जैसे हैं केवल स्क्रब टाइस में और टाइफाइड में रोगी को तेज बुखार आता है ।