जयपुर
लोकसभा चुनावों के लिए मतगणना गुरूवार को होगी। इस बार चुनाव परिणाम घोषित होने में अधिक समय लग सकता है। ईवीएम में वोटों की गणना के साथ ही इस बार वीवीपैट की पर्चियों की गणना भी की जाएगी। इस प्रक्रिया में लगने वाले समय के कारण चुनाव परिणाम घोषित करने में विलम्ब हो सकता है।
विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की ओर से ईवीएम पर सवाल खड़े किए जाने के बाद चुनाव आयोग ने सभी की आशंका दूर करने के लिए तथा न्यायालय के निर्देश के बाद निर्णय लिया है कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से पांच-पांच वीवीपेट मशीनों से पर्चियां निकाल कर उनकी गिनती कराई जाएगी। प्रदेश में लोकसभा सीटों की खाका इस प्रकार तय है कि यहां एक लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
नियमों के अनुसार एक विधानसभा क्षेत्र की पांच वीपीपैट पर्चियों का मिलान होना है, ऐसे में करीब 40 पर्चियों को मिलान किया जाएगा। पर्चियां बहुत छोटी है इसलिए इनकी गणना में पूरी सावधानी बरती जाएगी। किस मतदान केन्द्र की वीवीपेट की पर्चियों की गिनती की जाएगी। इसका निर्णय मौके पर ही लाटरी के जरिए किया जाएगा, इसमें भी समय लगेगा। ऐसे में मतगणना के दिन हमेशा की तरह रूझान तो डाकमत पत्रों की गिनती के बाद ईवीएम से मतों की गिनती शुरू होने के साथ ही मिलने लगेंगे लेकिन अंतिम चुनाव परिणाम जारी किए जाने में देरी होगी।