राजस्थान में थाने के बाहर आत्मदाह करने वाले शख्स की मौत, लिव इन रिलेशनशिप में ..

जयपुर/ जैसलमेर/ राजस्थान की स्वर्ण नगरी जैसलमेर में 14 दिन पहले पुलिस कोतवाली के सामने पेट्रोल डाल आत्मदाह करने वाले शख्स ने जिंदगी और मौत से जूझते हुए आखिर दम तोड़ दिया यह भयानक कदम इस शख्स लिव इन रिलेशनशिप के चलते महिला द्वारा उसके खिलाफ कोतवाली में रेप का मामला दर्ज कराने से मानसिक तनाव में आकर उठाया था।

बताया जाता है कि जैसलमेर में कोतवाली थाना क्षेत्र मे स्थित गांधी कालोनी मे रहने वाले गौरव धन राम माली(50) 3 अगस्त को पुलिस कोतवाली के बाहर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी और रोड पर भागने लगा था इस पर पुलिसकर्मियों ने आग बुझा कर हॉस्पिटल ले गए तब तक वह 70% से अधिक झुलस चुका था हालत गंभीर होने पर गोरधन राम माली को जोधपुर एम्स में रेफर कर दिया गया था जहां उसने 14 दिन जिंदगी और मौत से जूझते हुए दम तोड़ दिया।

गोरधन राम माली के परिजनों के अनुसार गोवर्धन राम माली ने 1 अगस्त को पुलिस अधीक्षक को डाक के द्वारा एक रिपोर्ट भेज कर एक महिला और उसके भाई के खिलाफ चोरी व धमकाने का मामला दर्ज करने की गुहार की थी ।

इस रिपोर्ट में माली ने बताया था कि वह एक महिला के साथ सितंबर 2010 से लिव इन रिलेशनशिप में रहता है यह बात उसके घर वालों को पता थी लेकिन पिछले कुछ समय से उसके भाइयों ने उसे धमकाना शुरू कर दिया था और 31 जुलाई को उससे ₹400000 की मांग की और इसी दिन गांधी कॉलोनी स्थित उसके घर से जिसमें दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहते थे यहां से 40 सोना चांदी ₹78000 नकद और 6 तोला सोना चुरा कर ले गए थे ।

इस रिपोर्ट पर एसपी के आदेश पर सर कोतवाली में चोरी का मामला दर्ज किया जा कर जांच शुरू कर दी गई इधर दूसरी ओर महिला ने भी महिला थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी जिसमें महिला ने आरोप लगाया कि चार-पांच साल से वह गोवर्धन राम माली के साथ दोस्ती थी और लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे ।

इसी दौरान गोवर्धन राम माली ने उसके साथ जबरदस्ती की महिला थाना पुलिस ने महिला की रिपोर्ट पर धारा 376 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी ।

गोवर्धन राम माली के परिजनों का आरोप है कि महिला उसको धमका रही थी पुलिस मैं मामला भी दर्ज करवा दिया था इसी से मानसिक रूप से परेशान होकर गोवर्धन राम 3 अगस्त को शहर कोतवाली पहुंचा और कोतवाली के अंदर नहीं गुसा का मुख्य द्वार पर खड़ा होकर गोवर्धन ने चिल्ला कर पुलिस पर आरोप लगाया की उसकी ओर से महिला के खिलाफ दर्ज कराए गए ।

मामले में पुलिस को जांच नहीं कर रही है और इसके बाद उसने वही मुख्य द्वार पर खड़े रहते हुए स्वयं पर पेट्रोल डाल आग लगा ली और आग लगने के साथ ही वह चिल्लाता मुख्य सड़क पर भागने लगा था इतने पुलिसकर्मियों कहां पर पहुंचे और आग बुझा कर उसे गंभीर हालत में अस्पताल भर्ती कराया जा से उसे जोधपुर एम्स रेफर कर दिया गया था।