जयपुर, । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने कहा कि प्रदेश में सड़क निर्माण एवं खराब सड़काेंं की मरम्मत हमारी सरकार की प्राथमिकता में हैं। उन्होंने सड़कों की क्वालिटी मैन्टेन करने के साथ-साथ उच्च स्तरीय अधिकारियों द्वारा निगरानी पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करें एवं वरिष्ठ अभियंता फील्ड में जाकर निर्माण कार्याें की गुणवत्ता जांच करें।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) गुरूवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित सार्वजनिक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने नोन पेचेबल सड़कों का कार्य प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए और कहा कि जहां स्थिति ज्यादा खराब है, वहां मरम्मत कार्य पहले हों। साथ ही डिफॉल्ट लायबिलिटी पीरियड में सड़कें खराब होने पर समय पर मरम्मत सुनिश्चित करने एवं राज्य सरकार द्वारा की गई बजट घोषणाओं के कार्य समय पर पूरे करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने कहा कि हमारी मंशा है कि प्रदेश में शानदार सड़कें बने। सड़कों की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग के लिए सिस्टम तैयार हो ताकि आमजन को अच्छी सड़कें मिलेें। श्री गहलोत ने कहा कि पिछले तीन वर्ष में करीब 20 हजार करोड़ रूपए लागत के सड़क निर्माण एवं मरम्मत कार्यों की घोषणा की गई है। हर जिले में सड़क निर्माण की घोषणाओं में कोई कमी नहीं रखी गई है। प्रत्येक विधायक के क्षेत्र में 5 करोड़ रूपए की सड़कों के कार्य करवाए जा रहे हैं।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने बजट घोषणाओं की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया किमुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) के निर्देश के बाद प्रदेश में खराब सड़कों का सर्वे करवाया गया था। सर्वे में 15710 किलोमीटर नोन पेचेबल सड़कें मिली, जिनमें से इस वित्तीय वर्ष में 6776 किलोमीटर सड़कों की स्वीकृतियां जारी कर दी गई, शेष सड़कों के लिए स्वीकृतियां अगले वित्तीय वर्ष में प्रस्तावित हैं। श्री यादव ने बताया कि थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन के लिए 18 आईक्यूएम का चयन किया गया है।
श्री यादव ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में 995 करोड़ रूपए लागत की 3227 किमी लम्बाई के 1523 कार्यों की स्वीकृतियां जारी की गई हैं। 653 करोड़ रूपए की मिसिंग लिंक एवं 342 करोड़ रूपए की नोन पेचेबल सड़कों की स्वीकृतियां जारी की गई हैं।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव, मुख्य सचिव श्रीमती ऊषा शर्मा, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोरा, मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग संजीव माथुर, मुख्य अभियंता (राष्ट्रीय राजमार्ग) डी आर मेघवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेे।