जयपुर। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में प्रदेश कांग्रेस की ओर से आज सभी जिला मुख्यालयों पर धरने प्रदर्शन किए गए और मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल किया गया। राजधानी जयपुर में भी प्रदेश कांग्रेस की ओर से सिविल लाइन फाटक के पास धरना दिया गया सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक धरना चला।
बड़ी बात यह है कि बारिश के दौरान ही कांग्रेस नेताओं के भाषण होते रहे। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में राजभवन का सांकेतिक घेराव किया और गिरफ्तारी दी। पुलिस प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित आधा दर्जन मंत्रियों, विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके विद्याधर नगर थाने ले गई जहां उन्हें थोड़ी देर के बाद रिहा कर दिया गया।
वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आज का धरना महंगाई के खिलाफ शुरुआत है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से लगातार आगे महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ धरना प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे जब तक कि केंद्र सरकार को देश की जनता की सुध नहीं आती।
तेज बारिश ने धरना किया प्रभावित
सिविल लाइन फाटक पर चल रहे कांग्रेस के धरने में आज करीब 11 बजे तेज बारिश हुई जो दोपहर 1 बजे तक जारी रही। इस दौरान बारिश से बचने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता इधर उधर जगह रास्ते नजर आए तो वही पंडाल में बैठे लोग भी बारिश में भीगते रहे और बारिश के बीच की नेताओं के भाषण जारी रहे।
इससे पहले धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार एक तरफ जहां देश में महंगाई और बेरोजगारी को समाप्त करने में नाकाम रही है तो वहीं पक्ष की आवाज को भी दबाया और कुचला जा रहा है। जो भी लोग केंद्र सरकार सवाल करते हैं उन्हें ईडी के जरिए डराया जाता है लेकिन कांग्रेस के नेता झुकेंगे नहीं और न ही कांग्रेसी कार्यकर्ता झुकेंगे।कांग्रेस का बलिदान का इतिहास रहा है।
देश की आजादी के लिए कांग्रेस के नेताओं ने अपने प्राणों की आहुति दी है। देश को अखंड रखने के लिए इंदिरा गांधी शहीद हो गए राजीव गांधी शहीद हो गए ऐसे में केंद्र सरकार राहुल गांधी को कैसे डरा पाएगी।
धरने को कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, महेश जोशी, गोविंद राम मेघवाल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, विधायक मनोज मेघवाल, मदन प्रजापत सहित कई अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।