जयपुर। प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव में भले ही अभी सवा साल का समय बचा हो लेकिन सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अभी से ही विधायकों की परफॉर्मेंस लेकर आंतरिक सर्वे करवाना शुरू कर दिया है। एक एनजीओ की ओर से किए गए आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट दिल्ली पहुंच चुकी है।
जिसमें करीब 70 फ़ीसदी विधायकों के कामकाज से जनता खुश नहीं है। पार्टी में आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट दिल्ली पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद विधायकों में हड़कंप मचा हुआ है हर कोई विधायक दिल्ली में अपने संपर्क सूत्रों के जरिए अपनी अपनी परफॉर्मेंस रिपोर्ट की जानकारी मांग रहे हैं।
आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट पर ही तय होगा टिकट
सूत्रों की माने तो गहलोत सरकार के साथ मजबूती से सियासी संकट में साथ देने वाले विधायकों के टिकट पर भी आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट के बाद हड़कंप मचा हुआ है। राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर के दौरान भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी विधायकों को साफ कर दिया था कि इस बार टिकट पार्टी के सर्वे के आधार पर ही दिए जाएंगे उनके हाथ में कुछ नहीं है।
कांग्रेस के प्रति नहीं विधायकों के प्रति नाराजगी
कांग्रेस के आंतरिक रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश की जनता में कांग्रेस पार्टी को लेकर कोई नाराजगी नहीं है लेकिन विधायकों की कार्यशैली और काम नहीं करने की फितरत से जनता में नाराजगी है, यही वजह है कि अब पार्टी को लेकर एन्टी इनकम्बेंसी बढ़ती जा रही है। सरकार रिपीट होने की संभावना भी कम ही बताई गई है।
अब होगा फाइनल सर्वे
बताया जा रहा है पिछले 2 साल में पार्टी ने राजस्थान के विधायकों और सरकार की स्थिति को लेकर दो बार सर्वे करा चुकी है। हालांकि सर्वे रिपोर्ट में सरकार के कामकाज की तारीफ की गई है लेकिन विधायकों के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि जल्द ही एक फाइनल सर्वे रिपोर्ट और करवाई जाएगी और उसी फाइनल रिपोर्ट पर ही विधायकों का परफॉर्मेंस तय होगा।