जयपुर। सेना भर्ती में केंद्र सरकार की ओर से लाई गई अग्निपथ स्कीम के विरोध में जहां देशभर में युवा आंदोलन कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस ने भी अग्निपथ स्कीम के विरोध में हल्ला बोल दिया है। पूर्व में जहां प्रदेश कांग्रेस की ओर से 20 और 21 जून को सभी 400 ब्लॉक में 2 दिन धरने प्रदर्शन किए गए थे।
वहीं अब कल प्रदेश कांग्रेस की ओर से अग्निपथ स्कीम के विरोध में सभी 200 विधानसभा क्षेत्र में धरने-प्रदर्शन किए जाएंगे। यह धरने प्रदर्शन कांग्रेस विधायकों और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों के नेतृत्व में किए जाएंगे।
सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक धरने प्रदर्शन किए जाएंगे और प्रदर्शन के दौरान अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की मांग के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले का भी दहन किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान मंत्री-विधायक, पीसीसी पदाधिकारी, अग्रिम संगठनों के कार्यकर्ता और कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होंगे।
विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे पर्यवेक्षक
इधर सोमवार 27 जून को प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले विरोध-प्रदर्शनों के लिए प्रदेश कांग्रेस की ओर से लगाए गए 200 पर्यवेक्षक अपने लिए निर्धारित विधानसभा क्षेत्र में पहुंच गए हैं, जहां कल पर्यवेक्षकों की निगरानी में ही धरने प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे और धरने-प्रदर्शनों के बाद पर्यवेक्षक अपनी एक रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को सौंपेंगे।
अग्निपथ के विरोध में चलेगा हस्ताक्षर अभियान
वहीं प्रदेश कांग्रेस अग्निपथ स्कीम के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों को ब्लॉक और विधानसभा लेवल तक ही सीमित नहीं रखना चाहती है। प्रदेश कांग्रेस की मंशा है कि इस आंदोलन को गांव-ढाणियों तक लेकर जाया जाए। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस अब जिला और ब्लॉक लेवल पर हस्ताक्षर अभियान शुरू करने जा रही है। हस्ताक्षर अभियान गांव-ढाणियों में भी चलाया जाएगा और हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा जाएगा और अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की मांग की जाएगी।
जयपुर में निकाली थी तिरंगा यात्रा
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस ने 19 जून को राजधानी जयपुर में अमर जवान ज्योति से तिरंगा यात्रा भी निकाली थी। तिरंगा यात्रा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। तिरंगा यात्रा स्टेच्यू सर्किल, बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़ होते हुए चांदपोल स्थित पीसीसी मुख्यालय पर जाकर संपन्न हुई थी।