जयपुर
कांग्रेस में सीएम को लेकर नव निर्वाचित विधायकों में गुट बन गए है। पायलट और गहलोत दोनों खेमे के विधायक अपने-अपने पक्ष में समीकरण बना रहे है। हालात ये है कि वरिष्ठï विधायक जहां गहलोत का फेवर कर रहे है वहीं युवा पायलट के पक्ष में है। आम जनता में भी इसी तरह के विचार सामने आए।
गहलोत समर्थक चाहते है कि उनका लीडर अनुभवी और मैनेजमेंट का जादूगर है। वे ही लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जितवा सकता है। वहीं पायलट समर्थकों का कहना है कि पांच साल मेहनत की और सरकार बनाने के लिए 21 से 100 तक सीट लेकर आए, ऐसे में गहलोत को बनाते है तो कोई कार्यकर्ता काम क्यूं करेगा? साथ ही गहलोत पर कम विधायक जीतवाने का भी आरोप लगाते है।
हालात है कि पायलट के समर्थन में विराट नगर विधायक इंद्राज गुर्जर और टोडाभीम से पीआर मीना खुलकर सामने आ गए है। विवाद बढ़ा तो नौबत कुछ विधायकों को पार्टी छोडऩे जैसी आ सकती है।
उधर भाजपा सीएम को लेेकर उपजे विवाद के मद्देनजर कांग्रेस की हर अपडेट पर नजर बनाए हुए है। विपक्षी पार्टी चाहती है कि कांग्रेस में टूट हो तो वे नया खेल रचा सके।