जयपुर/ राजस्थान में कोयले की आपूर्ति के लिए भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ में कोयला खदान आवंटित कर रखी है और वहां पर कोयले की आपूर्ति होती है और अभी कोयले की कमी होने से अगर समय पर कोयले का आवंटन छत्तीसगढ़ से नहीं हुआ तो राजस्थान में विद्युत संकट गहरा सकता है और सरकार को ब्लैकआउट अर्थात विद्युत कटौती करनी पड़ सकती है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का शासन है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोहली की कमी की पूर्ति के लिए रायपुर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने गए थे लेकिन ठोस आश्वासन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा नहीं मिल पाया है।
सूत्रो के अनुसार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान मे कोयले का सकंट उत्पन्न होने की स्थिति को लेकर रायपुर पहुंचे और उन्होंने यहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास पर करीब 4 घंटे बैठक की. इस बैठक में सीएम गहलोत ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से कॉल ब्लॉक पर चर्चा की। हालांकि, बैठक के बाद भी छत्तीसगढ़ सरकार ने सीएम गहलोत की मांग पर कोई स्पष्ट फैसला नहीं दिया।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री से कहा कि राजस्थान को भारत सरकार द्वारा आबंटित कोयला खदान के मामले में पर्यावरण के साथ-साथ स्थानीय लोगों का हित ध्यान में रखा जाएगा और उसके मुताबिक ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान कोयले के लिए छत्तीसगढ़ पर आश्रित है और यहां राजस्थान को भारत सरकार ने कोल ब्लॉक आवंटित किया हुआ है लेकिन एक ही पार्टी के होने के बावजूद छत्तीसगढ़ ने इस पर फिलहाल अपनी स्वीकृति नहीं दी है।