
जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे गुलाम नबी आजाद ने आज पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे को पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इसी बीच गुलाम नबी आजाद से इस्तीफे को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है।
सीएम गहलोत ने गुलाम नबी आजाद पर हमला बोलते हुए कहा कि गुलाम नबी आजाद संजय गांधी के प्रोडक्ट थे और जिन लोगों से संजय गांधी घिरे रहते थे उनमें से गुलाम नबी आजाद एक थे। उस वक्त भी संजय गांधी के आसपास चापलूसी की फौज थीं।
आजाद साहब का जो मैंने स्टेटमेंट पढ़ा है, मुझे बहुत आघात लगा है, मैं शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता कि उनके आज के पत्र पर मैं किस रूप में कमेंट करूं…. 42 साल तक पदों पर रखा हो, हाईकमान ने भी और कांग्रेस ने भी अवसर देने में कमी नहीं रखी: CM श्री अशोक गहलोतpic.twitter.com/ANK0PSNEOr
— Lokesh Sharma (@_lokeshsharma) August 26, 2022
सीएम गहलोत ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि संजय गांधी भी किसी की नहीं मानते थे और उस वक्त संजय गांधी जो फैसले लेते थे उनकी आलोचना भी होती थी, मैं भी उनके फैसलों को पसंद नहीं करता था। गुलाम नबी आजाद संजय गांधी के बेहद करीबी थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हर एक नेता के काम करने का तरीका अलग होता है, संजय गांधी के काम करने का तरीका अलग था और राहुल गांधी के काम करने का तरीका अलग है।
राहुल गांधी कांग्रेस को अलग तरीके से मजबूत करना चाहते हैं, इसलिए उनके फैसले पर किसी को सवाल खड़े नहीं करना चाहिए, क्योंकि अगर उस वक्त जो लोग संजय गांधी के करीबी थे वही उनसे फैसले करवाते थे।
42 साल तक कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद को सब कुछ दिया
सीएम गहलोत ने कहा कि गुलाम नबी आजाद को पार्टी ने सब कुछ दिया है। 42 साल में उन्हें सांसद, मुख्यमंत्री, पार्टी के महासचिव और नेता प्रतिपक्ष जैसे पद दिए हैं। आज उनकी जो भी पहचान है वो कांग्रेस पार्टी के पीछे हैं। सीएम गहलोत ने आजाद की चिट्ठी पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा कि सोनिया गांधी जब बीमार हुई थी तब भी पहले गुलाम नबी आजाद चिट्ठी लिखी थी तो उसकी देश भर में आलोचना हुई थी और जब वो अपना चेकअप कराने विदेश गई है तब भी चिट्ठी लिखकर सवाल खड़े किए गए हैं इस तरह की सोच सही नहीं है।
संजय गांधी किसी की परवाह नहीं करते थे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि संजय गांधी उस वक्त किसी की परवाह नहीं करते थे। सारे फैसले वो और उनके करीबी लोग ही लिया करते थे। सीएम गहलोत ने कहा गुलाम नबी आजाद के आज जो देश में पहचान है वो इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिम्हा राव और सोनिया गांधी की वजह से है।
आजाद के इस्तीफे से आघात लगा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनका और गुलाम नबी आजाद का 42 साल से साथ है, उम्मीद नहीं थी कि गुलाम नबी आजाद इस तरह का फैसला लेंगे। उनके फैसले से दुखी और स्तब्ध हूं।
गौरतलब है कि वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को हाल ही में जम्मू कश्मीर कांग्रेस कैंपेन कमेटी का प्रमुख बनाया गया था जिसके 2 घंटे बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था तब से ही माना जा रहा है था कि गुलाम नबी आजाद आने वाले दिनों में कोई बड़ा फैसला लेंगे।