जयपुर।शहरी बेरोजगारों को मनरेगा की तर्ज पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए आज जयपुर में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की लॉन्चिंग की गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने आगरा रोड स्थित खानिया की बावड़ी में जर्जर दीवार पर सीमेंट लगाकर जीर्णाद्धार कार्य की शुरुआत की। उन्होंने बावड़ी में काम करने वाले मजदूरों से बात की और उन्हें औजार भी वितरित किए। इसके बाद घाट की गूणी टनल के पास बने अंबेडकर भवन में जनसभा हुई।
उन्होंने पीएम पर तंज कसा और हका कि प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि रेवड़ी बांट रहे हैं। हमारे यहां तो सर्दियों में जोहरी बाजार में रेवड़ी बिकती है। क्या बेरोजगारों को रोजगार देना रेवड़ी बांटना है। उन्होंने कहा कि हम अंग्रेजी खिलाफ थे मगर आज बिना अंग्रेजी के कोई काम नहीं चल सकता।
सभा में सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रशासन शहरों और गांव के संग अभियान शिविर चल रहे हैं। निकाय अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की ड्यूटी है कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को पट्टे दिलाएं। अगर अधिकारी और कर्मचारी चलाकर पट्टे अटका रहे हैं तो ऐसे कार्मिकों की सूची बनाएं और हमें दें। हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। ऐसे कर्मचारियों को निलंबित-एपीओ करने के साथ बर्खास्त भी किया जाएगा। गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने शुरू से ही कच्ची बस्तियों को बचाने, उनके नियमन और वहां सभी तरह की सुविधाओं का ध्यान रखा। कांग्रेस सरकार की सोच है कि कैसे गरीबों को बसाया जाए।
बाकी लोग मजबूरी में गरीबों की बस्तियों में जाते हैं। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना का जिक्र करते कहा कि देश के किसी भी प्रदेश में इस तरह की योजना नहीं है। राजस्थान पहला राज्य है, जहां मजदूरों को इस योजना के माध्यम से रोजगार दिया जा रहा है। इस योजना के चलने के बाद शहर में कोई बेरोजगार नजर नहीं आएगा। कार्यक्रम में विधायक रफीक खान ने कहा कि देश मे गांधी के पथ पर केवल अशोक गहलोत चल रहे हैं। वरना, देश मे नफरत फैलाई जा रही है, बुलडोजर चलाकर बाबा खुश हो रहे हैं।
कार्यक्रम में शहर के सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। इसी तरह ग्रेटर नगर निगम महापौर सौम्या गुर्जर भी कार्यक्रम में नहीं आईं। उनका निमंत्रण पत्र पर भी नाम नहीं था। विधायक नरपत सिंह राजवी का नाम भी निमंत्रण पत्र में नहीं था। जबकि विधायक कालीचरण सराफ और अशोक लाहोटी का नाम निमंत्रण पत्र पर अंकित था, लेकिन वो दोनों भी कार्यक्रम में नहीं आए।घर-घर नल योजना को लेकर सीएम ने कहा कि हर राज्य की परिस्थितियां अलग है। योजना को अलग तरह से बनाओ। पानी का सोर्स नहीं है तो नल किस काम का है।
पैसा बर्बाद होता है। पानी के मंत्री राजस्थान के हैं और मेरे यहां से सांसद हैं। उनको जानकारी है तो ज्यादा पैरवी कर सकते हैं पीएम से। बीसलपुर में पानी नहीं होगा तो क्या होगा। उन्होंने ईआरसीपी योजना को लेकर कहा कि पीएम मोदी ने जयपुर से कहा था कि इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया जाएगा। उनको वादा निभाना चाहिए। हम योजना को बंद नहीं करेंगे और इसे पूरा करेंगे।