Jaipur। चक्रवाती ताऊते तूफान का असर कोरोना के मरीजों पर भी पड़ सकता है। गहलोत सरकार और चिकित्सा विभाग ने तूफान के असर को लेकर सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य सचिव अखिल अरोरा ने कलेक्टरों को तूफान आने से पहले बैकअप रखने के आदेश जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में जेनरेटर की व्यवस्था रखें। अस्पतालों में मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर है, ऐसे में बिजली जाने पर समस्या हो सकती है। साथ ही अगर काफी दिनों से जेनरेटर बंद है तो सही कराने को कहा है।
वेंटिलेटर पर भर्ती मरीजों को हो सकती है समस्या
प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि अस्पतालों में वेंटिलेटर पर मरीज भर्ती हैं। बीमारी के कारण ज्यादातर मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। तूफान के असर के कारण बिजली की व्यवस्था भी बिगड़ सकती है, ऐसे में मरीजों को काफी समस्या हो सकती है।
दरअसल, कोरोना बीमारी के कारण मरीज का ऑक्सीजन स्तर कम होने लगता है। इसके बाद मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा जाता है। चक्रवाती तूफान का असर कई जिलों में पड़ेगा।
पश्चिमी राजस्थान पर होगा ज्यादा असर
चक्रवात का असर पश्चिमी राजस्थान पर ज्यादा पड़ेगा। इसके चलते 18 और 19 मई को पश्चिम राजस्थान के कई इलाकों में बहुत भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग 24 घंटे के भीतर 64.5 मिलीमीटर से लेकर 115.5 मिलीमीटर तक की बारिश को भारी, वहीं 115.6 मिलीमीटर से लेकर 204.4 मिलीमीटर तक बारिश को बहुत भारी बारिश कहता है।
चक्रवात के असर वाले इलाकों में 16 मई को 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक से हवाएं चल सकती हैं। वहीं, 17 और 18 मई को कई जगहों पर 150 से 175 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है।