मुख्यमंत्री गहलोत ने ली ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक, कहा- 36 लाख घरेलू उपभोक्ताओं और 7 लाख किसानों के बिजली के बिल हुए शून्य

जयपुर। राज्यसभा चुनाव के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने आवास पर ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भीषण गर्मी के बीच बिजली की मांग और आपूर्ति को लेकर भी अधिकारियों से चर्चा की।

समीक्षा बैठक में ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, मुख्य सचिव उषा शर्मा, वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा सहित ऊर्जा विभाग के कई प्रमुख अधिकारी भी समीक्षा बैठक में मौजूद रहे।

सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में भीषण गर्मी के कारण बढ़ी बिजली की खपत के बावजूद विद्युत आपूर्ति सामान्य रही है। अब प्रदेश में जून और जुलाई के लिए मांग के अनुरूप आपूर्ति के लिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध है।

समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं से लगभग 1.25 करोड़ किसानों एवं घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली के बिलों में 1044 करोड़ का अनुदान देकर राहत दी गई है, जिससे लगभग 43 लाख उपभोक्ताओं के बिजली के बिल शून्य हो गए हैं। प्रदेश सरकार की सक्रियता और बेहतर प्रबंधन से राज्य में विद्युत आपूर्ति सुचारू हो गई है।

सवा करोड़ उपभोक्ता और किसान हुए लाभान्वित

सीएम गहलोत ने कहा कि किसानों को आर्थिक राहत देने के लिए चलाई गई मुख्यमंत्री किसान मित्र योजना में लगभग 12.66 लाख से अधिक किसानों को कृषि विद्युत कनेक्शनों पर 291. 54 करोड़ का अनुदान दिया गया है। प्रदेश के 1.15 करोड़ से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली के बिल में राहत देने के लिए मुख्यमंत्री घरेलू विद्युत अनुदान योजना के तहत 752.58 करोड़ का अनुदान दिया गया है इसमें लगभग 36 लाख घरेलू उपभोक्ताओं और 7 लाख किसानों का बिजली का बिल शून्य हो गया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कोयला आपूर्ति में आ रही समस्याओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र से बातचीत करके जल्द से जल्द इस समस्या का निस्तारण करने का प्रयास करेगी।

2 साल में दिए जाएंगे 4.88 लाख विद्युत कनेक्शन

समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि साल 2024 तक प्रदेश में 4.88 लाख किसानों को सिलसिलेवार रूप से नए कृषि विद्युत कनेक्शन दिए जाएंगे।