जयपुर/ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर नगर के प्रथम इकाई ने आज एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शारीरिक निर्माण विभाग पीडी के मुख्य अभियंता तथा अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को विभागीय नोटिस को फाइल करने के एवज में 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए आएंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है इन तीनों अधिकारियों के यहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की छानबीन जारी है
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक मुख्यालय को एक शिकायत मिली कि जितेंद्र कुमार जैन अधिशासी अभियंता शारीरिक निर्माण विभाग डूंगरपुर द्वारा एक दिए गए विभागीय स्पष्टीकरण नोटिस में कोई कार्यवाही नहीं कर नोटिस को फाइल करने के एवज मैं सुबोध कुमार मलिक मुख्य अभियंता भवन सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर आनंद कुमार गुप्ता सहायक अभियंता एन एच सार्वजनिक निर्माण विभाग बांसवाड़ा के माध्यम से 10 लाख रूपा रिश्वत की मांग की जा रही है ।
इस शिकायत का सत्यापन कराया गया जो सही पाए जाने पर आज कार्रवाई करते हुए सुबोध कुमार मलिक मुख्य अभियंता भवन सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर के निर्माण नगर स्थित उनके आवास पर कार्रवाई करते हुए।
सुबोध मलिक जितेंद्र कुमार जैन अधिशासी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग डूंगरपुर हाल निवासी जयपुर तथा अनंत कुमार गुप्ता सहायक अभियंता एन एच सार्वजनिक निर्माण विभाग बांसवाड़ा हाल जयपुर सरोवर कॉलोनी को गिरफ्तार कर 10 लख रुपए रिश्वत राशि लेते-देते हुए पकड़ा गया।