
जयपुर। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आज जन सुनवाई के दौरान को कोविड हेल्थ सहायकों (सीएचए) कार्मिकों ने पीसीसी मुख्यालय में जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। जबरन अंदर घुसने के दौरान सीएचए कर्मचारियों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। धक्का-मुक्की से नाराज सी एच ए कार्मिक धरने पर बैठ गई।काफी देर तक सी एच ए कर्मचारियों और पीसीसी पदाधिकारियों के साथ उनकी नोकझोंक चलती रही।बाद में 5 लोगों की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद ही मामला शांत हुआ।
दरअसल आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारिया और राज्य मंत्री जाहिदा खान जन सुनवाई कर रहे हैं। इस दौरान ही करीब 50 से ज्यादा सीएचए कर्मचारी जबरन मुख्यालय में घुसने लगे और पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर अंदर घुस गए। इस दौरान उनकी पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई।
सी एच ए महिला कार्मिकों का आरोप लगाया कि पुलिस ने उनसे धक्का मुक्की । इस दौरान कार्मिकों और पीसीसी पदाधिकारियों के बीच भी नोकझोंक होती रही। कर्मचारी गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात की मांग पर अड़े रहे। बाद में 5 एन एच ए कर्मचारियों को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मिलवाया गया और उनका ज्ञापन सौंपा गया उसके बाद जाकर मामला शांत हुआ।
गौरतलब है कि सोमवार को भी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जनसुनवाई के दौरान सीएच ए कर्मचारियों ने मंत्री हेमाराम चौधरी और साले मोहम्मद के समक्ष उनकी मांगे पूरी नहीं करने को लेकर आत्महत्या की धमकी दी थी।