जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि प्रदेश के प्राईवेट स्कूलों की मनमानी और तानाशाही के सामने राजस्थान सरकार ने घुटने टेक दिए हैं। जयपुर सहित प्रदेश के सभी बड़े निजी स्कूलों ने फीस नियंत्रण कानून 2016 का उल्लंघन करते हुए 50 प्रतिशत से ज्यादा फीस राशि बढ़ाकर बच्चों और अभिभावकों के सामने संकट खड़ा कर दिया है। अभिभावक और कांग्रेस पार्टी लगातार आंदोलन कर रही है, इसके बावजूद राज्य सरकार ने आंदोलन के दबाव में 19अप्रैल 2018 को पूरे प्रदेश के प्राईवेट स्कूलों के नाम आदेश जारी करके यह कह दिया कि सभी प्राईवेट स्कूल अपनी बढ़ाई हुई फीस तुरन्त वापिस लें अन्यथा उन स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। राज्य सरकार के आदेश के बावजूद आज तक प्राईवेट स्कूलों ने अपनी बढ़ाई हुई फीस वापिस नहीं ली है, जिससे राज्य सरकार की सार्थकता पर ही प्रश्न चिन्ह् लग रहा है। राज्य सरकार या तो निश्चित रूप से प्राईवेट स्कूलों के साथ फीस बढ़ाने के षडयंत्र में शामिल है, इसलिये वे सिर्फ आंदोलन पर ठंडे छींटे डालने के लिए सरकार ने आनन-फानन में आदेश जारी कर दिए। आदेश जारी करने के साथ आदेश की पालना कराना भी राज्य सरकार की जिम्मेदारी है लेकिन राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही है।
खाचरियावास ने कहा कि जयपुर के बड़े सरकारी स्कूल तो अभिभावकों को नाममात्र की कमेटियां बनाकर अभिभावकों से सहमति का जो दावा कर रहे हैं, वो भी पूरी तरह से मिथ्या और फीस बढ़ोतरी कानून के खिलाफ है। जिन स्कूलों ने फीस बढ़ा दी हैं, वे सरकार के आदेश के बावजूद बच्चों के माता-पिता से सीधे मुंह बात भी नहीं कर रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार का कोई कार्यवाही नहीं करना प्रदेश के संविधान और फीस नियंत्रण कानून का अपमान है। यदि सरकार ने तुरन्त प्रभाव से अपने द्वारा जारी किये गये आदेश के तहत सभी निजी स्कूलों ने जिन्होंने गैर कानूनी तरीके से फीस बढ़ा दी है वो वापिस नहीं कराई तो कांग्रेस पार्टी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यंमत्री निवास का घेराव करेगी और वापिस सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा।
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