Jaipur News। अपने बयानों के लिए शुरू से परिचित रहे गहलोत सरकार के नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के एक ताजा बयान के बाद हंगामा मच गया है। मंत्री ने कोटा में एक कोचिंग संस्था के प्रोग्राम में बोला था कि क्या बुद्धि का ठेका ब्राह्मणों ने ले रखा है।
एकीकृत ब्राह्मण महासंघ सहित विप्र सेना सहित दूसरे ब्राह्मण संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। एकीकृत ब्राह्मण महासंघ ने मंत्री शांति धारीवाल पर ब्राह्मणों के अपमान करने के विरोध में निंदा प्रस्ताव जारी किया और और कहा कि 48 घंटे के भीतर यूडीएच मंत्री ने अपने बयान को लेकर स्पष्टीकरण नहीं दिया तो उनका जगह-जगह बहिष्कार किया जाएगा।
एकीकृत ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय सलाहकार डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि ब्राह्मणों के खिलाफ इस तरह का वक्तव्य बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। सरकार का कोई भी मंत्री ब्राह्मणों के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करें और सरकार कोई कार्यवाही ना करें यह अनुचित है।
एकीकृत ब्राह्मण महासंघ इसका विरोध करता है। शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस संबंध में तत्काल मंत्री शांति धारीवाल से बात कर स्पष्टीकरण ले और किसी समाज की भावनाओं को आहत करने वाले बयान जो उन्होंने दिया उसे वापस लेने और समाज से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की बात कहें।
ब्राह्मण समाज ने साफ चेताया कि इस संबंध में यदि कोई कार्रवाई नहीं की गई तो आगामी उपचुनाव में इसका जवाब दिया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक पांडे और राष्ट्रीय सचिव प्रदीप दुबे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंकज शर्मा, एकीकृत ब्राह्मण महासंघ की जयपुर जिला अध्यक्ष नीलम गौड़, मनोज शर्मा, जितेंद्र जैकी, नीरज पाथरी, विवेक दाधीच, सतीश शर्मा आदि सभी पदाधिकारियों ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बयान की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।