बीजेपी के मास्टर स्ट्रोक से कांग्रेस खेमें खलबली, जगदीप धनकड़ के जरिए जाट वोट बैंक में सेंधमारी!

BJP's masterstroke created panic in the Congress camp, Jat vote bank was breached through Jagdeep Dhankar!

जयपुर। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ ( Jagdeep Dhankar ) को उपराष्ट्रपति बनाकर बीजेपी ने कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक में साधने लगाने का प्रयास किया। जगदीप धनकड़ शेखावाटी के झुंझुनूं के रहने वाले हैं और यहां से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं, ऐसे में जगदीप धनकड़ के जरिए बीजेपी को उम्मीद है कि वो विधानसभा चुनाव में जाट वोटरों को रिझाने में सफल हो जाएगी।

वहीं बीजेपी के इस कदम से कांग्रेस में चिंता का माहौल है, कांग्रेस हलकों में चर्चा है कि बीजेपी के इस कदम से जाट वोट बैंक कांग्रेस से छिंटककर बीजेपी में जा सकता है। हालांकि अभी विधानसभा चुनाव में सवा साल का समय बचा है, ऐसे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस को बीजेपी के इस मास्टर स्ट्रोक का तोड़ ढूंढ़ना पड़ेगा।

2018 में हुए विधानसभा चुनाव में शेखावाटी में बीजेपी को हुआ था बड़ा नुकसान

दरअसल साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में शेखावाटी अंचल के सीकर, झुंझुनूं और चूरू में बीजेपी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। सीकर जिले की आठों विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी की जीत हुई थी। बीजेपी का खाता भी नहीं खुल पाया था। शेखावाटी अंचल की 21 सीटों में से 18 सीटों पर कांग्रेस और 3 सीटों पर ही बीजेपी जीत पाई थी। धनकड़ को उपराष्ट्रपति बनाकर बीजेपी पुरानी हार का हिसाब चुकता करना चाहती है।

इसलिए भी बनाया धनकड़ को उपराष्ट्रपति

बताया जाता है कि झुंझुनूं से सांसद रह चुके हैं जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति बनाए जाने के पीछे एक वजह यह भी है कि शेखावाटी अंचल के 3 जिले सीकर, झुंझुनूं, और चूरू में विधानसभा की 21 सीटें हैं जिनमें से 17 सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव में कब्जा किया था और बीजेपी के खाते में केवल 4 सीटें ही रही थी। वहीं शेखावाटी अंचल में बीजेपी के पास कोई बड़ा जाट चेहरा भी नहीं था, जिसके दम पर जाट वोट बैंक को बीजेपी के पाले में लाया जा सके। यही वजह है कि जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति बनाकर बीजेपी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जाट वोट बैंक को रिझाने का प्रयास किया है।